बाघ ने दो बकरियों को बनाया शिकार, चरवाहे ने भाग कर बचायी जान
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मुंगराहा रेंज के बन बैरिया गांव के समीप बाघ ने दो बकरियों को मार कर अपना निवाला बनाया है.
गौनाहा (पचं). वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मुंगराहा रेंज के बन बैरिया गांव के समीप बाघ ने दो बकरियों को मार कर अपना निवाला बनाया है. बताया जाता है कि बन बैरिया गांव निवासी पातीराम महतो जो स्वर्गीय इंद्रदेव महतो के पड़ोसी हैं और वह बकरी भी उसी जगह चरा रहे थे, पहले जहां पर बाघ ने इंद्रदेव महतो को मारा था. बकरी चराने के क्रम में शुक्रवार को दिन के 2.30 बजे के करीब बाघ ने अचानक बकरी पर हमला कर दिया. चरवाहा पति राम महतो पहले से ही सतर्क थे. बाघ को हमला करते देखते ही किसी तरह भाग कर अपना जान बचा लिये, लेकिन बाघ ने उनके दो बकरियों का शिकार कर लिया.इसके साथ ही इसी क्षेत्र में नेपाली हाथी की आने की भी सूचना ग्रामीणों को मिली है. इसको लेकर आसपास के सभी जंगल के रिहायशी इलाकों में ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल है. फॉरेस्टर रूप सिंहा ने बताया है कि बाघ व हाथी दोनों के आने की सूचना मिली है. साथ ही बन बैरिया गांव के समीप दो बकरियों को बाघ के द्वारा मारे जाने की भी सूचना मिली है. इसको लेकर सभी टीटी पीपी को बाघ और हाथी को रेस्क्यू करने तथा उसके गतिविधि पर नजर बनाए रखने का आदेश जारी कर दिया है. साथ ही माइकिंग कर आसपास के सभी ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया गया है. ग्रामीण अपना सुरक्षा स्वयं करें और हम आपके सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर हैं. साथ ही फॉरेस्टर सिंहा ने बताया कि पीड़ित को दोनों बकरियों के लिए साढ़े सात साढ़े सात हजार रुपए की मुआवजा अविलंब मुहैया कराई जाने की घोषणा की गयी है.
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