Tiger in Village: बेतिया के पुरैना गांव में दिखा बाघ, घर में दुबके लोग, वन विभाग की पहुंची 30 गाड़ियां
Tiger in Village: वन प्रमंडल एक के डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने कहा कि बाघ ने किसी पर हमला नहीं किया है. टेरिटरी के लिए व्यस्क बाघ जंगल से बाहर चले जाते हैं. एक नर बाघ नदी के रास्ते बाहर आया है.
Tiger in Village: बेतिया. करीब 12 दिनों पहले वीटीआर से भटके बाघ को बेतिया के पास पुरैना गांव में देखा गया है. गांव में बाघ की मौजूदगी से लोग डरे सहमे हुए हैं और घरों में दुबके हुए हैं. वन विभाग को गांव में बाघ होने की सूचना दे दी गयी है. उसे पकड़ने के लिए वन विभाग और पुलिस की टीम ने पूरे गांव को घेर लिया है. वन विभाग और पुलिस टीम की करीह 30 गाड़ियां पहुंची हैं और बाघ का सर्च ऑपरेशन चल रहा है. खबर लिखने तक तक बाघ को काबू में नहीं किया जा सका है. गुरुवार की सुबह वीटीआर से निकला बाघ चनपटिया इलाके के राजकीय राजकीय प्राथमिक विद्यालय पुरैना के पास दिखाई दिया. स्कूल की पश्चिम दिशा में करीब 20 एकड़ में लगे गन्न के खेत में बाघ के छिपे होने की खबर है. वन विभाग की टीम बाघ के रेस्क्यू की कोशिश में जुटी हुई है.
लोगों से घरों में रहने की अपील
चनपटिया के पुरैना गांव में बाघ देखे जाने के बाद ग्रामीणों में खौफ है. बाघ के गांव में घुसने की पुष्टि नदी किनारे मिले उसके पंजों के निशान से भी हो रही है, वहीं कई स्थानीय लोगों ने भी बाघ के देखे जाने और गन्ने के खेत में छिपे होने की तस्दीक की है. सर्च ऑपरेशन के लिए पहुंची वन विभाग की टीम ने माइकिंग के जरिये लोगों से घर में रहने की अपील की है. टीम ने घोषणा की कि घर के बच्चों पर खास तौर पर ध्यान रखें, ताकि वो घर से बाहर नहीं निकलें, वरना उनको नुकसान पहुंच सकता है.
जल्द पूरा होगा रेस्क्यू अभियान
वन कर्मियों के अनुसार बाघ मैनाटांड़ के पुरैनिया में एक नीलगाय को शिकार करने के बाद लिपनी पहुंचा और उसके बाद भटकते हुए अब करताहा नदी के रास्ते बसंतपुर सरेह होते हुए चनपटिया के पिपरा गांव के सरेह होते हुए पुरैना पहुंच गया है. वन विभाग की टीम लगातार बाघ का लोकेशन ट्रैक करने में लगी हुई है, लेकिन अभी तक इसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. मंगुराहा वन रेंजर सुनील पाठक भी मौके पर पहुंचे हुए हैं. सुनील पाठक ने कहा कि बाघ की ड्रोन कैमरा से जांच पड़ताल किया जा रहा है. मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने गन्ने के खेत के चारों तरफ जाल बिछा दिया है और बाघ के बाहर आने का इंतजार किया जा रहा है. वहीं किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस के जवान भी मौजूद हैं.
बिछाया गया है जाल, ड्रोन से तलाशी
थानाध्यक्ष सम्राट सिंह ने बताया कि ग्रामीणों को समझाते हुए घर में रहने कि सलाह दी गई है. माइकिंग से प्रचार प्रसार कराया गया है कि सभी लोग घर में रहे. खर्ग पोखरिया पंचायत के मुखिया मनोज कुमार, पूरैना के मुखिया प्रतिनिधि फिरोज आलम ने भीड़ हटाने को लेकर लोगो से अपील की है. बताया है कि ड्रोन कैमरा से नजर रखी जा रही. चारों ओर से जाल लगाया जा रहा है.
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खेतों में गन्ना है, रेस्क्यू टफ है: डीएफओ
वन प्रमंडल एक के डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने कहा कि बाघ ने किसी पर हमला नहीं किया है. टेरिटरी के लिए व्यस्क बाघ जंगल से बाहर चले जाते हैं. एक नर बाघ नदी के रास्ते बाहर आया है. उसकी मॉनीटरिंग की जा रही है. अभी बरसात का मौसम है. खेतों में गन्ना लगा है. इसलिए बाघ का रेस्क्यू टफ है. बाघ फिलहाल नदी के रास्ते जंगल की ओर लौट रहा है. उसे डिस्टर्ब नहीं किया जा रहा है, नहीं तो वो इधर-उधर भटक जाएगा. ऑपरेशन में 15 लोगों की टीम शिफ्ट में काम कर रही है. लगभग 35 लोग काम कर रहे हैं. यह पहली घटना नहीं है. पहले भी ऐसा हो चुका है. बाघ मनुष्य के प्रति हिंसक नहीं है.