आवासीय विद्यालय के पीछे बाघ ने नीलगाय को मारा
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मांगुराहा रेंज के धमौरा गांव के बगल में बाघ ने नीलगाय को एक बार फिर से मार कर अपना निवाला बनाया है.
गौनाहा. वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मांगुराहा रेंज के धमौरा गांव के बगल में बाघ ने नीलगाय को एक बार फिर से मार कर अपना निवाला बनाया है. इस घटना को लेकर आवासीय विद्यालय के छात्रों समेत ग्रामीणों में दहशत की स्थिति है. घटना को लेकर बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह के 7:00 बजे बाघ ने आवासीय विद्यालय धमौरा के पीछे प्रकाश राय के गन्ने के खेत में आवासीय विद्यालय से 50 गज की दूरी पर नीलगाय को मार दिया है. गन्ना काटने गए मजदूरों ने मृत नीलगाय को देखकर इसकी सूचना गन्ना मलिक को दिया है. वही ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दी गई है. इस संबंध में फॉरेस्टर मैडम रूपा सिन्हा ने बताया है कि ग्रामीणों की सूचना पर घटनास्थल पहुंचकर नीलगाय को देखा गया है. मृत नीलगाय को बाघ द्वारा मारे जाने की घटना की पुष्टि की जाती है और वन कर्मियों को बाघ की निगरानी के लिए लगा दिया गया है. वन कर्मी बाघ के गतिविधि पर नजर रख रहे हैं तथा आवासीय विद्यालय के बच्चों एवं ग्रामीणों को सतर्क रहने की सुझाव दी गई है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि बाघ, भालू ,सूअर और हाथी जैसे, खूंखार जंगली जानवरों का आतंक से धमौरा पंचायत के ग्रामीण व स्कूली बच्चे काफी दहशत में है. आए दिन धमौरा पंचायत के किसी न किसी गांव में इन जंगली जानवरों का आतंक छाये रहता है. इनका शिकार कभी गाय, कभी भैंस तो कभी बकरी तो कभी आम आदमी होते रहते हैं. इतना होने के बावजूद भी वन विभाग इन जंगली जानवरों के रोकथाम के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है