फिर मिला वन बैरिया में बाघ का पगमार्क, ग्रामीणों में दहशत का माहौल
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के वन बैरिया गांव में एक बार फिर बाघ आने की खबर सुन ग्रामीणों में दहशत फैल गई. वही बाघ का पग मार्क भी ग्रामीणों ने देखा है.
गौनाहा. वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के वन बैरिया गांव में एक बार फिर बाघ आने की खबर सुन ग्रामीणों में दहशत फैल गई. वही बाघ का पग मार्क भी ग्रामीणों ने देखा है. इसको लेकर ग्रामीण काफी दहशत में हैं. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दे दी है और वनकर्मी भी बाघ की तलाश में जुट गये हैं. वही ग्रामीण जगन साहनी, श्रीराम सहनी, चंदन साहनी, बुलेट अंसारी, जाजुल मियां, मुन्ना महतो, राजेश महतो, टप्पू महतो, मनोज बैठा आदि लोगों ने बताया कि रात्रि के 9 : 30 बजे गांव के समीप हाईवे पर कुछ बच्चे बैठकर मनोरंजन कर रहे थे. इसी बीच काफी तेजी में वन्य जीव घोड़कज भागे-भागे गांव की तरफ आया, उसे देखकर सभी बच्चे डर गए. हालांकि टॉर्च जलाने के बाद बच्चों ने पहचान लिया कि यह तो घोड़कज है. इस बीच सभी बच्चे मिलकर उसे खदेड़ना शुरू कर दिया. उसके बाद गांव के कतिपय बड़े-बुजुर्गों के डांटने पर जब वह वापस आए तो कुछ ग्रामीणों ने आगे बढ़कर देखा कि आखिर वह कौन सा वन्य जीव है. इसी बीच ग्रामीणों ने बताया कि उनको बाघ जैसी अजीब सी बदबू आने लगी, तो समझ गये कि शायद बाघ ही है, जिसकी बदबू आ रही है. वहीं इसकी सूचना वन कर्मियों को दी. इस संबंध में फॉरेस्टर रूपा सिंह ने बताया कि बाघ का लोकेशन तो इधर का नहीं बता रहा है, लेकिन पग मार्क जो मिले हैं, वह बाघ जैसी ही है. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा के हमारे वनकर्मी बाघ का लोकेशन लेने में लगे हैं. ग्रामीणों को भयभीत होने की जरूरत है. हम आपकी सुरक्षा में 24 घंटे आपके साथ है. लेकिन सतर्कता हर समय जरूरी है. ताकि ग्रामीणों की सुरक्षा हो सके.
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