सफारी के दौरान पर्यटक को हुआ बाघ का दीदार, पर्यटक हुए रोमांचित
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल- 2 का बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले वाल्मीकिनगर में स्थित इकलौता इको टूरिज्म पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर अपनी ख्याति तेजी से बटोर रहा है.
वाल्मीकिनगर. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल- 2 का बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले वाल्मीकिनगर में स्थित इकलौता इको टूरिज्म पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर अपनी ख्याति तेजी से बटोर रहा है. वीटीआर की नैसर्गिक और भौगोलिक सुंदरता, जैविक विविधता और जंगली जानवरों का दीदार की लालसा लिए दुनिया भर से लोग वीटीआर पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में पटना से पहुंचे पर्यटकों को गुरुवार की सुबह जंगल सफारी के दौरान करीब से बाघ का दीदार करने का मौका मिला. जिसे देखकर पर्यटक काफी रोमांचित हो गए. पटना से आए पर्यटक राहुल कुमार और रौशन कुमार ने बताया कि हम पांच लोग पहली बार पटना से वीटीआर भ्रमण पर आए हैं, और पहले ही सफारी के दौरान बाघ का दीदार काफी नजदीक से करने को मिला, जिससे हम काफी प्रसन्न और रोमांचित हुए हैं. पहले केवल हम लोग नाम ही सुना करते थे. लेकिन नजदीक से वन्य जीवों को देखकर हमें एक अलग ही सुखद अनुभूति प्राप्त हो रही है. हालांकि हमें मोर, भालू और हिरण को भी देखने का मौका मिला. परंतु बाघ का दिखना काफी रोमांचकारी रहा. मौका मिला तो फिर हम और भी मित्र तथा परिवार के साथ वीटीआर भ्रमण पर आएंगे. इस बाबत रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि हमारी पहली प्राथमिकता है कि वीटीआर भ्रमण पर आए पर्यटक संतुष्ट हो, ताकि वीटीआर का छवि विश्व पटल पर तेजी से ऊभरे. इस दिशा में वन प्रशासन लगातार प्रयासरत है.
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