टीम पर हमले के बाद चार घंटे तक पुलिस छावनी में तब्दील रही नया टोला पिपरा गांव
थाना क्षेत्र के नया टोला पिपरा गांव उस समय चार घंटे तक पुलिस छावनी में तब्दील रही, जब नामजद अभियुक्तों को पकड़ने गई पुलिस पर बालू खनन माफियाओं ने जानलेवा हमला कर दिया.
गौनाहा. थाना क्षेत्र के नया टोला पिपरा गांव उस समय चार घंटे तक पुलिस छावनी में तब्दील रही, जब नामजद अभियुक्तों को पकड़ने गई पुलिस पर बालू खनन माफियाओं ने जानलेवा हमला कर दिया. इस दौरान चार पुलिस पदाधिकारी गंभीर रूप से जख्मी हो गए. वही बौखलाई पुलिसिया कार्रवाई का शिकार 15 से 20 ग्रामीण महिला पुरुषों को भी होना पड़ा. इन सभी को भी चोटें आई हैं. हमले के दौरान हमलावरों ने जमकर तलवारबाजी की, जहां तलवार के चपेट में आने से एसआई संजीत कुमार का दोनों हाथ की दो उंगलिया कट गई, वही मटियारिया थानाध्यक्ष अंकित कुमार को पीठ पर तलवार लगी है, जिससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इसके साथ ही मटियरिया थाना के एसआई रामदेव सिंह तथा गौनाहा थाना से होमगार्ड के जवान भूखल राम जख्मी हो गए हैं. गंभीर रूप से जख्मी संजीत कुमार को बेहतर इलाज के लिए बेतिया भेजा गया है. मटियारिया थानाध्यक्ष अंकित कुमार ने बताया है कि तलवार भाजने वाले में नया टोला पिपरा गांव निवासी जहारुद्दीन अंसारी जिसे हाफिज कहा जाता है. जबकि फरसा भाजने वालों में तेरे नाम का आरोपी मुख्य रूप से शामिल है. मौके पर डीएसपी जयप्रकाश सिंह व इंस्पेक्टर राजीव कुमार के नेतृत्व में गौनाहा, मटियारिया, सहोदरा, मानपुर व शिकारपुर की पुलिस मौके पर पहुंची थी. घटना को लेकर जहां 25 ग्रामीणों के विरुद्ध थाने में प्राथमिक दर्ज की गई है. वही चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. गिरफ्तार किए गए अभियुक्तो में बहादुर अंसारी, सुभान अंसारी, नूरजहां खातून, जैनब खातून के नाम शामिल हैं. वहीं घटना के पहले दिन मटियरिया पुलिस पर हमला करने वाले बालू माफियाओं पर जहां 18 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. जिसमें चार लोग एक ही परिवार के मुख्य अभियुक्त थे. घटना शुक्रवार की देर रात्रि की बतायी जाती हैं. वही शनिवार को नया टोला आहरार पिपरा गांव में पुलिस की गाड़ियों की आवाजाही लगी रही. लेकिन गांव में पुलिसिया कार्रवाई की भय से वीरानगीन पसरी रही.
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