साइबर ठगों के डर से साक्षी बनने को तैयार नहीं हुए ग्रामीण
जिले के मझौलिया थाने के जौकटिया में साइबर ठगों के घर छापामारी के लिए पहुंची पुलिस को मजबूरन अपने सहयोगी सिपाहियों को ही साक्षी बनाना पड़ा.
बेतिया. जिले के मझौलिया थाने के जौकटिया में साइबर ठगों के घर छापामारी के लिए पहुंची पुलिस को मजबूरन अपने सहयोगी सिपाहियों को ही साक्षी बनाना पड़ा. बताते हैं कि जौकटिया के साइबर ठगों का आतंक इस कदर कायम है कि उनके भय से गांव का कोई भी व्यक्ति पुलिस के समक्ष गवाह बनने की हिम्मत नहीं जुटा पाया. इसका उल्लेख स्वयं मझौलिया थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक अखिलेश कुमार मिश्र ने दर्ज कराये गये प्राथमिकी में किया है. पुलिस निरीक्षक अखिलेश कुमार मिश्र ने स्वयं के बयान पर साइबर ठगों के विरुद्ध दर्ज कराये गये प्राथमिकी में बताया है कि वे जब पुलिस टीम के साथ साइबर ठगी की सूचना पर जौकटिया गांव में छापामारी के लिए पहुंचे तो वहां मिंटू आलम और इम्तियाज आलम के दरवाजे पर काफी ग्रामीण इकठ्ठा हो गये थे. लेकिन जब ग्रामीणों में से दो व्यक्तियों को मिंटू आलम एवं इम्तियाज आलम के शरीर एवं झोला का तलाशी सह जब्ती सूची का साक्षी बनने का अनुरोध किया गया तो उपस्थित सभी ग्रामीण एक स्वर में बोले कि मिंटू आलम और इनका भाई शाहीद आलम साइबर फ्रॉड का काम करते है. जिससे बहुत धन संपति बनाये हैं. जिसके चलते गांव के लोगों के ऊपर धौंस बनाते रहते हैं. हमलोग साक्षी बनेंगे तो हमलोगों को परेशान कर देगा. इसलिए हमलोग साक्षी नहीं बनेंगे. वहीं स्थिति इम्तियाज आलम के दरवाजे पर भी हुई. यहां भी ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि इम्तियाज आलम कुख्यात साइबर अपराधी है, जो हमेशा जेल जाते रहता है. अभी कुछ दिन पहले जेल से छूटकर बाहर आया है तथा कुख्यात अपराधियों से मिलकर साइबर ठगी का काम करता है. हमलोग साक्षी बनेंगे तो हमलोगों को परेशान कर देगा. ऐसी परिस्थिति में पुलिस को मजबूरन अपने साथ आये सिपाही सोनू कुमार एवं रुकेश कुमार को तलाशी एवं जब्ती सूची का साक्षी बनाना पड़ा. क्लोन किये हुए एटीएम से निकालते थे विभिन्न खातों से राशि मझौलिया थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्र ने बताया कि साइबर ठगी के आरोप में गिरफ्तार इम्तियाज आलम एवं मिंटू आलम ने पुलिस को दिये गये बयान में स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वे क्लोन किये गये एटीएम से विभिन्न खातों से राशि की निकासी करते थे. इम्तियाज ने पुलिस को दिये गये बयान में बताया है कि बरामद मोबाइल एवं एटीएम कार्ड से वह अपने दोस्त मिंटू आलम उर्फ अबरार के साथ मिलकर ऑन लाइन साइबर ठगी का काम करते हैं. सिम बदल-बदल कर सीधे साधे लोगों को फोन कर बैंक खाता का डिटेल प्राप्त कर लोगों पैसा ठगी करते हैं तथा विभिन्न खाता में मंगाकर एटीएम क्लोन करके एटीएम से रुपये निकाल लेते हैं.
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