VTR: वाल्मीकिनगर. 15 जून को वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र समाप्त होने जा रहा है. अगले चार माह तक टाइगर रिजर्व सैलानियों के लिए बंद रहेगा. उससे पहले जंगल सफारी के इरादे से यहां राज्य के अलग-अलग हिस्सों से पर्यटक पहुंच रहे हैं. भीषण गर्मी के बावजूद वीटीआर में सैलानियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र सम्पन्न होने में एक माह से भी कम समय शेष रह गए हैं. 15 जून को पर्यटन सत्र सम्पन्न हो जाएगा. ऐसे में टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. पर्यटन सत्र के अंतिम दौर में पर्यटन स्थलों पर इन दिनों गर्मी से राहत पाने के लिए पर्यटक पहुंच रहे हैं.
उत्साह से लबरेज नजर आ रहे सैलानी
वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व के बंद होने में अब एक माह से भी कम समय बचा हुआ है, ऐसे में वीटीआर की सुंदरता को निहारने और दुर्लभ वन्यजीवों का दीदार के लिए उत्साह से लबरेज सैलानी पहुंच रहे हैं. चारों ओर फैली प्राकृतिक हरियाली, ऊंचे वृक्षों की छाया और गंडक नदी के शांत जलाशय में पहाड़ का प्रतिबिंब सैनालियों को सुकून दे रहा है. जंगल सफारी के दौरान इस बीच पर्यटकों को बाघ के दीदार भी हो जाते हैं. अगर इस पर्यटन सत्र में पर्यटक किसी कारणवश जंगल सफारी नहीं कर पाए हैं. उनको निराश होने की ज़रूरत नहीं है. वीटीआर के बाहर कई ऐसे टूरिस्ट स्पॉट भी मौजूद हैं. जहां पर्यटक बिना किसी टिकट बुकिंग के घूम सकते हैं. इनमें गंडक बराज का जलाशय सहित तमाम पर्यटन स्थल शामिल हैं.
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नवंबर से कर सकते हैं फिर से दीदार
इस बाबत वाल्मीकिनगर रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि वीटीआर में बाघ के अलावा अनेक प्रजाति के वन्यजीवों का भी बसेरा है. ये वन्यजीव भी टाइगर रिजर्व की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं. पर्यटन सीजन 15 जून को समाप्त हो जाएगा. इसके बाद आगामी नवंबर माह में नए पर्यटन सत्र का शुभारंभ होगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान सत्र काफी अच्छा रहा. पिछले साल के मुकाबले अधिक पर्यटक यहां आये हैं. एक माह से कम का समय बचा है फिर भी बुकिंग सामान्य तौर पर लोग कर रहे हैं.