विभव राय हत्याकांड का खुलासा करने में शामिल पुलिस कर्मी एवं पदाधिकारी होंगे पुरस्कृत
बगहा पुलिस जिला के भितहां में विगत सात अगस्त को सरेशाम तमकुहा बाजार में पूर्व मुखिया पैक्स अध्यक्ष विभव राय हत्याकांड का खुलासा करने में शामिल पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा.
बेतिया. बगहा पुलिस जिला के भितहां में विगत सात अगस्त को सरेशाम तमकुहा बाजार में पूर्व मुखिया पैक्स अध्यक्ष विभव राय हत्याकांड का खुलासा करने में शामिल पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा. इसके लिए शुक्रवार को चंपारण रेंज के डीआईजी जयंतकांत सभी पुलिस पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी करेंगे. चंपारण रेंज के डीआईजी जयंतकांत की मानें तो पूर्व मुखिया विभव राय की हत्या के बाद उनकी पत्नी की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. जिसमें अज्ञात अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया गया था. इस हत्याकांड को पुलिस ने चुनौती के रुप में लिया था. बगहा एसपी सुशांत कुमार सरोज के दिशा निर्देशन में इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझायी गयी. शुरुआती दौर में पुलिस को भी भटकाने का प्रयास किया गया. लेकिन आसूचना संग्रह, तकनीकी अनुसंधान के आधार पर ही पुलिस इस हत्याकांड में शामिल अपराधियों तक पहुंच सकी. हालांकि अभी भी मुख्य साजिशकर्ता पुलिस पकड़ से बाहर है और हमला में शामिल एक आरोपी भी पुलिस पकड़ से बाहर है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार उनके संभावित ठिकानें पर छापामारी की जा रही है. डीआईजी की मानें तो हत्या के बाद पुलिस की टीम ने विभिन्न पहलुओं के आधार पर जिस वाहन से अपराधी आये थे, उस वाहन की खोज कर ली. इसमें उतर प्रदेश के कुशीनगर प्रशासन का भी काफी सकारात्मक सहयोग रहा. अंततः यह बात सामने आयी कि विभव राय की हत्या राजनैतिक रंजीश के तहत करायी गयी है. जिसमें उन्हीं के पंचायत के निर्वाचित मुखिया का हाथ है. मुख्य लड़ाई वहां पंचायत सरकार भवन निर्माण को लेकर थी. इसमें दोनों के बीच आपसी बर्चस्व कायम करने की होड़ लगी हुयी थी और इसी बर्चस्व को स्थापित करने में विभव राय की हत्या करायी गयी. हत्या के बाद पुलिस ने तमाम रास्तो पर लगे सीसीटीवी कैमरे की तलाश की. रास्ते में पड़नेवाले सीसीटीवी फुटेज देखने एवं उसे संग्रह करने की जिम्मेवारी एक अलग टीम को दी गयी थी. वहीं एक अन्य टीम संदिग्धों के पहचान के लिए जुटी. पुलिस को अपराधियों द्वारा प्रयुक्त किये गये वाहन की पहचान के बाद सफलता सामने आने लगी और देखते देखते इस हत्याकांड में शामिल सभी अपराधियों, साजिशकर्ता के नाम सामने आ गये. बहरहाल, मंटू राय एवं गौरव कुमार को छोड़ सभी जेल के सलाखों के पीछे हैं. शीघ्र हीं इन दोनों की भी गिरफ्तारी हो जायेगी.
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