भेड़िया प्रजाति का वन्यजीव पहुंचा योगापट्टी, वनकर्मियों ने ग्रामीणों को किया सतर्क
नगर पंचायत मच्छरगांवा के देवघरवा गांव के उतर सरेह में ईख खेत के पास तेंदुआ जैसा वन्यजीव देख ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गयी.
योगापट्टी. नगर पंचायत मच्छरगांवा के देवघरवा गांव के उतर सरेह में ईख खेत के पास तेंदुआ जैसा वन्यजीव देख ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गयी. ग्रामीणों की भीड़ देख वन्य जीव दर्जनों एकड़ लगे गन्ने के खेत में घुस गया. ग्रामीणों की भीड़ ने उक्त गन्ने के खेत को कुछ देर तक घेरे रखा और इसकी सूचना वन विभाग को दी. घंटों बाद पहुंचे वन विभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंच ग्रामीणों द्वारा बताए गए ईख के खेत से वन्यजीव का पदचिन्ह की मापी की. मापी के बाद वन विभाग की टीम ने उसे भेड़िया प्रजाति के एक खतरनाक जानवर बताकर ग्रामीणों को इससे बचने की सलाह दी.
टीम में शामिल वन्य कर्मी नितेश कुमार ने बताया कि मिले पद चिन्ह के जानवर खुंखार जाति के भेड़िया प्रजाति का होता है, जो अकेले होने पर किसी भी आदमी पर हमला कर मार देता है. इस प्रजाति के भेड़िया को रक्त आदमखोर के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को सावधान किया गया है. साथ ही उक्त वन्य जीव पर नजर बनाए रखने को कहा गया है. जांच में उदयपुर जंगल से पहुंचे रेंजर रामप्रवेश ठाकुर और डॉ संजीव रंजन ने बताया कि उक्त रक्त आदमखोर ज्यादातर उदयपुर जंगल में पाए जाते हैं. यह वन्यजीव ज्यादातर पानी वाले क्षेत्र से निकलकर रियायसी इलाकों में घुस जाते हैं और पालतू पशुओं और कुत्तों को अपना शिकार बनाते हैं. उन लोगों ने बताया कि जबतक गन्ना सरेह में लगा रहता है. उसी में यह छिपकर रहते हैं. इसको रिस्क्यू करना आसान नही होता है. उन लोगों ने बताया कि गन्ना लगे खेतों का क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण उसका रिस्क्यू नहीं किया जा सका. लेकिन पदचिन्ह की मापी के अनुसार रक्त आदमखोर होने की पूर्ण संभावना वन विभाग की जांच टीम ने व्यक्त किया.
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