बगहा. सृजन और निर्माण के देव भगवान विश्वकर्मा पूजा मंगलवार को पूरी विधि विधान के साथ बगहा अनुमंडल क्षेत्र शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पूजा अर्चना की गई.सृजन के आदि देव भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना के लिए जगह-जगह प्रतिमा व तैलय चित्र स्थापित कर श्रद्धालु भक्तों ने पूजा अर्चना की.इसी क्रम में विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बगहा,पुलिस लाइन बगहा,बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में डॉ.केबीएन सिंह समेत मोटर कार, ट्रैक्टर एजेंसी वर्कशाप, प्लाई मिल, आटा चक्की मिल, मोटर गैरेज, ट्रैक्टर गैरेज,मोबाइल सेंटर, हार्डवेयर, वाहन शोरूम समेत छोटे-बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में पूजा अर्चना किया गया. बता दे कि विश्वकर्मा पूजा को लेकर एक दिन पूर्व से ही छोटे-बड़े मोटर एजेंसी दुकान, गैराज व मदनपुर गांव स्थित विश्वकर्मा मंदिर में पूजा को लेकर साफ-सफाई एवं रंग रोगन की तैयारी किया गया था.इसके साथ ही कई स्थानों पर प्रतिमा स्थापित किए जाने को लेकर पंडाल का निर्माण किया गया था. तकनीकी संस्थान, मोटर वर्कशॉप,गैरेज सहित विभिन्न जगहों पर भव्य पंडाल बनाकर प्रतिमा स्थापित कर तैयारी जोरों की गई थी. सुबह से ही लोग पूजा प्रसाद के लिए फूल-फल, मिठाइयों की खरीदारी में लगे रहे.वहीं दूसरी तरफ पूजा की तैयारियों को लेकर बाजार में खरीददारों की भारी भीड़ देखने को मिली. पूजा पंडालों को आकर्षक रूप से सजाने के लिए लोग फूल मालाओं, आकर्षक लाइटों व आर्टिफिशियल फूल पत्तों सहित कई सजावट के सामानों की खरीदारी करते दिखे.इसी क्रम में विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बगहा में कार्यपालक अभियंता आलोक अमृतांशु ,सहायक अभियंता अमित कुमार समेत कनीय अभियंता विद्युत कर्मियों ने पूजा अर्चना में शामिल रहकर भगवान विश्वकर्मा की पूजा की .पुलिस लाइन में पुलिस व शस्त्रागार में पदाधिकारी व पुलिस कर्मियों ने विधि विधान से पूजा अर्चना की .बता दे कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6:07 बजे से 11:44 बजे तक था .पंडित अशोक मिश्र ने बताया कि हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भगवान ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि निर्माण में बाबा विश्वकर्मा ने अपना सहयोग किया था.देवी देवताओं के अस्त्र-शस्त्र का निर्माण भी बाबा विश्वकर्मा के द्वारा किया गया है. सृष्टि निर्माण के बाद से ही बाबा विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की जाने लगी. विश्वकर्मा की पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे अक्षत, फूल, चंदन, धूप, अगरबत्ती, दही,रोली, सुपारी,रक्षा सूत्र, मिठाई, फल, वस्त्र आदि की व्यवस्था कर लें. इसके बाद फैक्ट्री, वर्कशाप, दुकान आदि के स्वामी स्नान करके सपत्नीक पूजा के आसन पर बैठकर पूजा करें.श्रद्धा से पूजा करने मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
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