कोइरगावा में युवक की संदिग्ध स्थिति में मौत, फंदे से लटका मिला शव

शिकारपुर थाना क्षेत्र के कोइरगावा गांव में चुन्नू मिश्र के पुत्र रंजीत मिश्र 26 वर्ष की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 30, 2024 9:06 PM

नरकटियागंज. शिकारपुर थाना क्षेत्र के कोइरगावा गांव में चुन्नू मिश्र के पुत्र रंजीत मिश्र 26 वर्ष की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई है. उसका शव फंदे से लटका था. घटना की सूचना मिलते ही प्रशिक्षु डीएसपी डॉ सपना रानी, पुलिस निरीक्षक अवनीश कुमार के साथ सदल बल कोइरगावा पहुंची और अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे शव को पचाटी से उठा कर कब्जे में लिया.

प्रशिक्षु डीएसपी डॉ सपना रानी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध है. मामले में एफएसएल टीम से जांच कराई जा रही है. शव को पोस्टमार्टम में भेजा जा रहा है. पोस्टमार्टम और एफएसएल रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत के कारणों का सही पता चल पाएगा. इधर घटना के बाद कोइरगाव गांव पहुंचे मृतक के साला विसनपुरवा गांव निवासी विकास तिवारी ने बताया कि उसके बहनोई को एक साजिश के तहत उसी के घरवाले ने हत्या कर दी और सुसाइट नोट लिख कर उसकी बहन को फंसाने का षड्यंत्र किया जा रहा है. उसने बताया कि जब सूचना पर वह अपनी बहन के घर पहुंचा तो उसके बहनोई के बड़े भाई ने उन्हें जान मारने की धमकी भी दी. इसकी शिकायत उसने जांच को पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों से भी की है. इधर गांव वालों का कहना है कि युवक पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में था 27 तारीख को उसके घरवाले गोरखपुर लेकर गए थे. वहां इलाज भी हुआ. उसकी पत्नी के बीच किसी बात को लेकर गुरुवार की रात कहा सुनी हुई और वह पंखे से लटक कर खुदकुशी कर लिया. सुबह में घरवाले हल्ला किए तो गांव के लोगों ने पहुंचकर दरवाजा तोड़ फंदे से लटके शव को उतारा. घर वाले डर गए थे इसलिए जल्द से जल्द उसका दाह संस्कार करना चाहते थे. लेकिन इस बीच मृतक की पत्नी और ससुराल के लोग पहुंच गए और झगड़ा झंझट होने लगा. बात मारा पीटी तक पहुंच गयी.

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छह माह की गर्भवती है मृतक की पत्नी

मृतक रंजीत मिश्र की पत्नी लक्की कुमारी छह माह की गर्भवती है. लक्की और रंजीत की शादी इसी वर्ष 18 फरवरी 2024 को हुई. मृतक के साला विकास तिवारी और उसके ससुर नागेन्द्र तिवारी ने बताया कि ससुराल के लोग शादी के बाद से ही लक्की को प्रताड़ित करते थे. उसका भैंसूर और जेठानी बराबर तंग तबाह करते थे. विकास ने बताया कि राखी के दिन लक्की को बुलाकर वह घर ले गया. बहनोई रंजीत बराबर फोन पर बात करते थे दोनों में कोई अनबन नहीं था. लेकिन भैसूर और जेठानी बहनोई को भी टॉर्चर करते रहते थे. जिसके कारण वह डिप्रेशन में रहते थे. धन के लालच में उसके बड़े भाई और घरवालों ने मिलकर हत्या कर दी और खुद सुसाइड नोट बनाकर रख दिया. जबकि मृतक अनपढ़ था और वह लिखना पढ़ना नहीं जानता था.

जीवन से तंग आकर खुदकुशी कर रहा हूं, इसमें किसी का दोष नहीं

मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें लिखा है कि मैं रंजीत मिश्र अपने पूरे होशो-हवास में हूं. मैं अपने जीवन से तंग आकर खुदकुशी कर रहा हूं. इसमें किसी का कोई दोष नहीं है. मेरे मरने के बाद मेरे घरवाले या किसी संबंधी का कोई परेशान नहीं करें.

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