भभुआ सदर. नगर पर्षद भभुआ में मिलीभगत से सरकारी पैसों की लूट-खसोट और बंदरबांट किस प्रकार की जा रही है, इसका उदाहरण देखना हो तो शहर के हवाई अड्डा रोड में चले जाइये, जहां इसकी बानगी देखने को मिल जायेगी. हवाई अड्डा रोड को नगर पर्षद के द्वारा दो बार बनाया गया. लेकिन दो बार पीसीसी सड़क की ढलाई होने के बावजूद यह सड़क टूट रही है. घटिया निर्माण और मेटेरियल के चलते जगह-जगह सड़क पर गढ्ढे हो चुके हैं, तो कई जगह गिट्टी बाहर बिखरकर भारी अनियमितता की पोल खोल रही है. 25 लाख से अधिक रुपये खर्च किये जाने के बावजूद इतने कम समय में सड़क टूट जाने से मोहल्लेवासियों की परेशानी तो बढ़ी ही है. शहर में इस प्रकार के कराये गये निर्माण कार्य पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. लोगों का कहना था कि सड़क निर्माण में प्राक्कलन की अनदेखी की गयी है और निर्माण कार्य में भी घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है. गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं कराया गया और योजनाओं में भी भारी लूट खसोट किया गया है.
दो बार बनने के बाद भी टूट रही हवाई अड्डा रोड की सड़क
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के तहत 25 लाख 93 हजार 705 रुपये की राशि से भभुआ कब्रिस्तान से लेकर हवाई अड्डा मुख्य द्वारा तक पीसीसी सड़क एक साल पूर्व ही बनायी गयी थी. लेकिन संवेदक द्वारा घटिया मेटेरियल और प्राक्कलन के अनुसार कार्य के नहीं कराये जाने से बनने के दो महीने बाद ही यह सड़क टूट कर बिखरने लगी. लोगों द्वारा इसकी शिकायत नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी से की गयी, लेकिन अधिकारी घटिया निर्माण की जांच कर कार्रवाई करने की जगह हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे.
मोहल्ले के लोगों ने की जिलाधिकारी से शिकायत
इस बीच मुहल्ले के लोगों ने आवेदन के माध्यम से जिलाधिकारी से शिकायत की, तो डीएम के निर्देश पर नगर पर्षद ने उक्त सड़क को संवेदक से पुनः बनवाया. लेकिन इसे अब बिडंबना नहीं, तो और क्या कहेंगे कि दुबारा बनने के बावजूद हवाई अड्डा रोड की सड़क टूटने लगी है. दरअसल नगर पर्षद भभुआ में सरकारी योजनाओं में घालमेल और घोटाला जड़ तक फैला हुआ है. इसके चलते जांच सहित कार्रवाई होने के बावजूद शहर में घटिया निर्माण कार्य, सरकारी राशि के लूट पर लगाम नहीं लग पा रहा है. जाहिर है किसी भी स्तर से कार्रवाई नहीं होने और लूटखसोट पर लगाम नहीं लगाये जाने से अधिकारियों सहित घटिया निर्माण कराने वाले संवेदकों का भी मनोबल हमेशा से ऊंचा रह रहा है.
हवाई अड्डा रोड की तरह रामपुर कॉलोनी व जायका गली सड़क का भी हाल
नप कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, शहर के हवाई अड्डा रोड के साथ साथ रामपुर कॉलोनी और जायका गली की पीसीसी सड़क के निर्माण कार्य का वर्क ऑर्डर एक साल पहले शिवमूरत बिंद कंस्ट्रक्शन एजेंसी को दिया गया था. लेकिन, एजेंसी द्वारा प्राक्कलन को दरकिनार करते हुए मनमाने तरीके से उक्त तीनों सड़क का घटिया निर्माण कराया गया. इसके चलते हवाई अड्डा रोड के साथ साथ वार्ड संख्या एक के रामपुर कॉलोनी और वार्ड संख्या 11 स्थित जायका गली की पीसीसी सड़क आज टूट कर बिखरने लगी है.
महीने दिन बाद ही खराब होने लगे सड़कों पर बिछाये गये मेटेरियल
बनने के महीने दिन बाद ही इन सड़कों पर बिछाये गये मेटेरियल खराब होने लगे हैं. इस संबंध में इन वार्डों के लोग और वार्ड संख्या एक की पार्षद द्वारा कई बार नप के अधिकारी के अलावा जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से भी शिकायत की गयी, लेकिन इन सड़कों के घटिया निर्माण करने वाली एजेंसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. नप द्वारा कार्रवाई करने की जगह एजेंसी को और भी नली गली व सड़क निर्माण के कार्य सौंप दिये गये.
शिकायत के बावजूद नहीं होती है कार्रवाई
बनने के तुरंत बाद जगह जगह से सड़क के टूटने की शिकायत कई बार नगर पर्षद से की गयी, लेकिन अधिकारी द्वारा उनके शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया. थक हारकर हमलोग भी शिकायत करना छोड़ चुके हैं. जब कोई सुनवाई ही नहीं होगी, तो शिकायत करने से क्या फायदा.
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-विकास शर्मा
नगर पर्षद लूट खसोट का अड्डा बन गया है. नप के अधिकारी मनमानी करने पर तूले हुए हैं. शहर में हर तरफ घटिया निर्माण कार्य हो रहा है. इसके बावजूद नगर पर्षद की नजर उस तरफ नहीं जा रही है. बस किसी तरह का निर्माण करा सरकारी राशि का लूट करना है.
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– विशेश्वर सिंह
नगर पर्षद में खराब बनाये जा रहे सड़क की शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुआ. सड़क दुबारा बनाया गया, लेकिन देख लीजिये दो बार बनने के बावजूद सड़क की स्थिति क्या है? नगर पर्षद में हो रहे सरकारी राशि के लूट खसोट और दुरुपयोग पर जिलाधिकारी को स्वत: संज्ञान लेने की जरूरत है.
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-अवकाश सिंह
जांच कर होगी कार्रवाई
इस संबंध में नप के कार्यपालक पदाधिकारी डीडी लाल ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं कराये जाने के चलते कंस्ट्रक्शन एजेंसी को उक्त सड़कों को दुबारा बनाने का आदेश दिया गया था. दुबारा बनने के बाद भी सड़क टूट रही है, तो जांच कर एजेंसी पर कार्रवाई की जायेगी.