बिहार: पहले मां जीतीं तो उतार दिया था मौत के घाट, उपचुनाव में 21 साल की बेटी बन गई कुमैठा की मुखिया
भागलपुर के कुमैठा में मार्च के महीने में महिला मुखिया की उनके ड्राइवर के हत्या कर दी थी. इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच यहां उपचुनाव कराया गया. अब मुखिया पद के चुनाव में पूर्व मुखिया अनिता देवी की 21 वर्ष 6 महीने की बेटी पायल शर्मा विजयी घोषित हुई है.
भागलपुर के कुमैठा में मार्च के महीने में महिला मुखिया की उनके ड्राइवर के हत्या कर दी थी. इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच यहां उपचुनाव कराया गया. अब मुखिया पद के चुनाव में पूर्व मुखिया अनिता देवी की 21 वर्ष 6 महीने की बेटी पायल शर्मा विजयी घोषित हुई है. पायल शर्मा अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जदयू नेता मुखिया प्रत्याशी सरोज चौधरी को 193 मतों से पराजीत कर मुखिया पद पर कब्जा जमाया. हम आपको बता दें कि सुल्तानगंज प्रखंड के कुमैठा पंचायत में हुए मुखिया उपचुनाव में कुल 8160 मतदाताओं में से कुल 3934 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. इसमें पायल शर्मा को 2033 मत और उनके प्रतिद्वंदी सरोज चौधरी को 1840 मत प्राप्त हुए और पायल शर्मा ने 193 मतों से मुखिया पद पर कब्जा जमाया.
बिहार की सबसे कम मुखिया बनी पायल
बिहार की कम उम्र की मुखिया में शामिल हुई पायल शर्मा अपनी जीत पर काफी उत्साहित दिखी और उन्होंने अपने पंचायत का सर्वांगीण विकास करने की बात करते हुए कहा कि जो सपना उनकी मां ने अपने पंचायत के विकास को लेकर देखा था वह उसे आगे बढ़ाएगी और अपने पंचायत को बिहार का सबसे विकसित पंचायत बनाएगी. पायल शर्मा की जीत से उत्साहित उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. पायल शर्मा की मां पूर्व मुखिया अनिता देवी की 31 मार्च 2022 में उसके ही ड्राइवर हत्या कर दी थी. आरोपी पंचायत का कार्य अपने हाथ लेना चाहता था जिसका मुखिया ने विरोध किया था. इसके बाद उसने हत्या कर उसे पंखे से लटका दिया था. मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.
मां के सपनों को पूरा करूंगी: पायल
अपनी जीत के बाद पायल ने कहा कि वो पंचायत के विकास के लिए हर संभव कोशिश करेगी. इसके साथ ही, मां के सपनों को पूरा करना उनका लक्ष्य होगा. उनकी मां ने जो लोगों से वादा किया था वो उन्हें जरूर पूरा करेंगी. पंचायत के लोग को भी युवा मुखिया से काफी उम्मीद है.