Bihar News: भागलपुर से भी विमान सेवा शुरू होने की उम्मीद जगी है. जिले वासियों को जल्द ही कनेक्टिंग फ्लाइट की सुविधा मिलेगी. जिले के प्रभारी मंत्री सह बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है. मंत्री ने डीएम को इस संदर्भ में प्रोसीडिंग शुरू करने का निर्देश दिया है. मंत्री ने भागलपुर में आयोजित एक प्रेस वार्ता में बताया कि भागलपुर और बड़ी संख्या में आसपास के लोगों को हवाई सेवा की तत्काल जरूरत को देखते हुए आसपास के हवाई अड्डों के लिए भागलपुर की हवाई पट्टी से कनेक्टिंग प्लाइट की सुविधा दी जाएगी.
किस तरह की फ्लाइट होगी, कहां तक का होगा सफर?
मंत्री ने बताया कि यह एक छोटी प्लाइट होगी जिसमें सीटों की संख्या 35 होती है. उन्होंने कहा कि यह सेवा शुरू होने के बाद भागलपुर से लोग आसपास के हवाई अड्डों पर फ्लाइट से पहुंच सकेंगे और फिर वहां से वे देश के किसी भी शहर में हवाई मार्ग से जा सकेंगे. मंत्री ने कहा कि यहां के बुद्धिजीवियों और व्यवसायी वर्ग के लोगों की सहूलियत को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
हवाई पट्टी को दुरुस्त करवाने का है निर्देश
मंत्री ने कहा कि भागलपुर में हवाई अड्डा प्रस्तावित है जिसे धरातल पर उतारने के लिए प्रक्रिया की जा रही है लेकिन तात्कालिक सेवा के लिए भागलपुर शहर के हवाई अड्डे पर यह कनेक्टिंग फ्लाइट की सुविधा दी जाएगी. मंत्री ने कहा कि भागलपुर शहर की हवाई पट्टी को दुरुस्त करवाने का निर्देश दिया गया है. जबकि इस कार्य के लिए गठित कमेटी के सदस्य अपना कार्य जिम्मेदारी पूर्वक शुरू कर देंगे.
कनेक्टिंग फ्लाइट की सुविधा कबतक शुरू होगी?
मंत्री ने कहा कि चार से छह माह में भागलपुर के लोगों को कनेक्टिंग फ्लाइट की सुविधा देने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं. इधर, बिहपुर विधानसभा के विधायक इ कुमार शैलेंद्र ने कहा कि भागलपुर शहर को कनेक्टिंग फ्लाइट की सुविधा मिलना एक बड़ी बात है. मंत्री महोदय, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पीएम नरेंद्र मोदी जी इसके लिए धन्यवाद के पात्र हैं.
भागलपुर को एयरपोर्ट की उम्मीद
गौरतलब है कि भागलपुर में एयरपोर्ट की मांग काफी पुरानी है. यहां एयरपोर्ट बनाए जाने की सुगबुगाहट भी अब शुरू हुई है. भागलपुर में एयरपोर्ट के लिए जमीन भी चिन्हित किए गए हैं. गोराडीह में यह एयरपोर्ट बनाए जाने की संभावना है. भागलपुर के डीएम ने इसे लेकर पूर्व में कई निर्देश दिए हैं. बिहार सरकार के सिविल विमानन निदेशालय से निर्देश आने पर इसकी प्रक्रिया तेज हुई थी. छोटे विमानों की चर्चा भी बीच-बीच में होती रही है. भागलपुर से पहले छोटे विमान उड़ान भी भरते थे लेकिन ये योजना सफल नहीं हो सकी थी और विमानों का परिचालन बंद करना पड़ गया था.