पटना. हाल में भागलपुर और इसके बाद गोपालगंज में हुए विस्फोटों से संबंधित एटीएस की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंप दी गयी है. एटीएस (एंटी टेरोरिस्ट स्कॉयड) ने इस पूरे मामले की समुचित जांच के बाद अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को दी है. इसमें इन धमाकों का ताल्लुक किसी आतंकी या नक्सली संगठन से होने की किसी आशंका से भी पूरी तरह इन्कार किया गया है. साथ ही इस बारूद की सप्लाइ या इसे पश्चिम बंगाल या अन्य किसी राज्यों से मंगवाने की बात को भी नकार दिया गया है.
हालांकि स्थानीय स्तर पर इतनी मात्रा में बारूद का संग्रहण करके बिना लाइसेंस के पटाखों का स्थानीय स्तर पर निर्माण करने को लेकर संबंधित स्थानीय थानों और प्रशासन को दोषी ठहराया गया है. इस रिपोर्ट में साफतौर पर कहा गया है कि दोनों स्थानों गोपालगंज और भागलपुर में हुई घटनाओं में काफी सामानता है.
दोनों मामलों में स्थानीय स्तर पर ही बारूद से संबंधित सामान्य सामग्री को जुटाकर बड़ी संख्या में रखा गया था. इसमें किसी उच्च क्षमता के विस्फोटक के अंश नहीं मिले हैं. सिर्फ सोडियम नाइट्रेट और सल्फर समेत ऐसे ही कुछ अन्य तत्व मुख्य रूप से मिले हैं. इन्हें स्थानीय स्तर पर ही कई बार में खरीदा गया था.
रिपोर्ट में इन विस्फोटों के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा गया है कि स्थानीय स्तर अवैध रूप से पटाखा बनाने के लिए इन सामग्रियों का भंडारण किया गया था. परंतु इनके रखरखाव में गड़बड़ी या लापरवाही बरतने के कारण ही इनमें विस्फोट हो गया और एक साथ पूरे मिश्रण में विस्फोट होने से इसका असर इतना व्यापक हुआ.
रखरखाव में कई स्तर पर लापरवाही बरतने की वजह से यह धमाके हुए. इसमें मुख्य है, दोनों मुख्य पदार्थों सोडियम नाइट्रेट और सल्फर को बड़ी संख्या में मिलाकर बंद डब्बे में रख दिया गया था. इससे डब्बा में प्रेशर बढ़ गया और विस्फोट हो गया. भागलपुर वाले मामले में इस मिश्रण को ऐसे स्थान पर रख दिया गया था, जो काफी गर्म था. इससे भी पूरे मिश्रण में एक साथ धमाका हो गया और इतनी बड़ी क्षति हो गयी है.
गोपालगंज वाले मामले में बड़े डब्बे में मिश्रण को रख कर इसे एक युवक सीढ़ी से चढ़ रहा था, तभी उसके हाथ डब्बा छूट गया और धमका हो गया. जो युवक इस डब्बा को पकड़े हुए था, उसके शरीर के तीन टुकड़े हो गये थे. हाथ डब्बा में ही चिपका हुआ पाया गया था.
यह बताया है कि इसके रखरखाव में लापरवाही के कारण ही यह धमाका हुआ था. इन कारणों को ही धमाके की मुख्य वजह बतायी गयी है. फिलहाल पुलिस मुख्यालय के अाला अधिकारी इस रिपोर्ट की गहन समीक्षा कर रहे हैं. इसके बाद इससे संबंधित पूरी स्थिति स्पष्ट करते हुए आगे की कार्रवाई की जायेगी.