भागलपुर में कोरोना हैरान कर रहा, एक ही जगह मिल रहे अधिकतर मरीज, संक्रमण से खुद भी रहते हैं अंजान…
Bhagalpur Corona Cases: भागलपुर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. मंगलवार को पांच नये मरीज पाए गए जिसके बाद इस बार कोरोना का आंकड़ा 20 पर पहुंच गया है. भागलपुर के मायागंज अस्पताल में अधिक कोरोना मरीज मिल रहे हैं.
Bhagalpur Corona Cases: बिहार में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. भागलपुर जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में मंगलवार को हुई कोरोना जांच में पांच लोग पॉजिटिव ( Bhagalpur Corona Positive) पाये गये. इसमें एक मजदूर है, तो दूसरी महिला मरीज है. पांच में दो मरीज खगड़िया व मुंगेर जिले के रहनेवाले हैं, जबकि तीन संक्रमित भागलपुर के रहने वाले हैं. सिविल सर्जन डॉ अंजना कुमारी ने बताया कि कोरोना के इस चरण में मरीजों की संख्या बढ़ कर 20 हो गयी है. इनमें से भागलपुर के 15 मरीज हैं, तो पांच दूसरे जिलों के रहनेवाले हैं. यहां अस्पताल में इलाज कराने आ रहे मरीजों में कोरोना अधिक पाया जा रहा है. वो किसी अन्य बीमारी का इलाज कराने आते हैं लेकिन जांच के दौरान कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं.
पथरी का ऑपरेशन कराने आयी निकली पॅजिटिव
मुंगेर जिले के कोरिया 35 साल की महिला गाल ब्लैडर में पथरी का इलाज कराने मायागंज अस्पताल पहुंची थी. गुरुवार को इस महिला का सर्जरी होना था. इससे पहले कोरोना समेत अन्य पैथोलॉजी जांच करायी गयी. इसमें महिला संक्रमित पायी गयीं. महिला का सैंपल सोमवार को अस्पताल में कोरोना जांच के लिए लिया गया था. आरटीपीसीआर जांच में वह मंगलवार को पॉजिटिव पायी गयीं.
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अस्पताल आए मजदूर में मिला कोरोना
वहीं, खगड़िया के 28 साल का युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. तो, लोदीपुर थानाक्षेत्र के आनंदपुर का 50 वर्षीय अधेड़ संक्रमित पाया गया. वह मजदूरी करता है. बताया कि उसकी तीन-चार दिन पहले तबीयत खराब हुई थी. इलाज के लिए मायागंज अस्पताल पहुंचे, तो कोरोना संक्रमित पाये गये. नाथनगर क्षेत्र के नयाचक की 40 वर्षीय महिला व बरारी का 38 साल का युवक भी संक्रमित पाया गया है.इससे पहले भी मायागंज अस्पताल में ऑपरेशन कराने आई महिलाएं संक्रमित पाई गयी थी.
3000 लोगों का प्रतिदिन कोरोना जांच करने का लक्ष्य
डॉक्टरों ने बताया कि संक्रमित में ज्यादातर के शरीर में कोरोना के प्रारंभिक लक्षण भी नहीं दिख रहे हैं. उसे बुखार, सर्दी खांसी समेत अन्य किसी तरह की परेशानी नहीं है. ऐसे में आरटीपीसीआर जांच के बाद पता चलेगा कि कोरोना है या नहीं. दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद विभाग ने जांच की रफ्तार तेज कर दी है. प्रति दिन कम से कम 3000 लोगों की जांच करने का टारगेट विभाग ने तय किया है. दूसरी तरफ अस्पताल में ही कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है. सदर अस्पताल में भारी भीड़ लगाकर कोरोना की जांच की जा रही है.