भागलपुर: कला, संस्कृति एवं युवा विभाग ने जिला स्थापना दिवस के लिए राशि आवंटित कर दी, लेकिन अभी तक जिला स्थापना दिवस का तिथि निर्धारण नहीं किया जा सका है. विभाग ने तीन लाख रुपये का आवंटन जिला स्थापना दिवस के आयोजन के लिए दिया है. विभाग ने राज्य के सभी 38 जिलों के लिए 11400000 रुपये का आवंटन किया है, जिसमें भागलपुर भी शामिल है.
राज्य के कई जिलों का स्थापना दिवस मनाया जाता है, पर ऐतिहासिक जिला भागलपुर में आज तक यह नहीं तय हो पाया कि इसकी स्थापना कब हुई थी. इस कारण जिला स्थापना दिवस समारोह का आयोजन नहीं हो पाता है. 06.12.2018 को अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में बैठक स्थापना दिवस की तिथि निर्धारित करने के लिए हुई थी, जिसमें चार मई को ही स्थापना दिवस मनाये जाने पर सहमति हुई. लेकिन इसका अनुपालन नहीं हो सका. स्थापना दिवस मनाये जाने को लेकर मांग भी उठती रही है. इस बार कई संगठनों व लोगों ने स्थापना दिवस चार मई को अपने स्तर से मनाया. लेकिन विभागीय रूप से तिथि के निर्धारण की अधिसूचना जारी नहीं हो सकी है.
बिहपुर विधायक इं कुमार शैलेंद्र ने इस वर्ष अप्रैल में डीएम को आवेदन सौंपा था. उन्होंने पूर्व में जिला प्रशासन की बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार चार मई को जिला स्थापना दिवस मनाये जाने की मांग की थी. वहीं जिला स्थापना दिवस मनाने को लेकर जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह ने भी प्रमंडलीय आयुक्त व डीएम को पत्र लिखा था. जिप अध्यक्ष ने अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में पूर्व में हुई बैठक के निर्णय के मुताबिक चार मई को स्थापना दिवस मनाने की मांग की थी. बताया जाता है कि इसके बाद जिला प्रशासन ने विभाग से मार्गदर्शन मांगा था. लेकिन अभी तक इस दिशा में कुछ नहीं हो सका है.
वर्ष 2018 में तत्कालीन जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में जिला स्थापना दिवस की तिथि निर्धारित करने के लिए एक कमेटी का गठन किया था. इसमें अनुमंडल पदाधिकारी को सदस्य सचिव औरआयुक्त कार्यालय स्थित क्षेत्रीय अभिलेखागार के पुराभिलेखापाल सहित सुंदरवती महिला कालेज के वर्तमान प्राचार्य सह इतिहासकार प्रो रमन सिन्हा को समिति का सदस्य बनाया गया था. बैठक में डॉ सिन्हा ने स्थापना दिवस से संबंधित कई साक्ष्य प्रस्तुत किये. उनके द्वारा बताया गया कि चार मई 1773 को मिस्टर जेम्स बर्टन द्वारा राजमहल व भागलपुर के कलेक्टर का पद ग्रहण किया गया था. इसकी पुष्टि जिलाधिकारी कार्यालय में लगी नाम पट्टिका से भी होती है. लिहाजा समिति द्वारा चार मई को ही भागलपुर जिला का स्थापना दिवस माने जाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया. 6.12.2018 को आयोजित कमेटी की बैठक की कार्यवाही में उक्त बातों का उल्लेख है.