Chhath puja in bihar: छठ महापर्व को लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने मंगलवार को संबंधित पदाधिकारियों के साथ शहर किनारे गंगा के घाटों का निरीक्षण किया. विभिन्न घाटों पर उन्होंने जाकर देखा और छठ मनाने की व्यवस्था करने का निर्देश नगर निगम को दिया. उन्होंने नगर आयुक्त को कहा कि छठ से पहले घाटों पर सारी जरूरी सुविधा व व्यवस्था इस तरह से हो जानी चाहिए कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो. डीएम ने कहा कि श्रद्धालुओं के वाहन की पार्किंग की व्यवस्था को लेकर अलग से निर्देश जारी किया जायेगा. इस मौके पर नगर आयुक्त डॉ योगेश कुमार सागर, सदर एसडीओ धनंजय कुमार, गोपनीय शाखा प्रभारी फिरोज अख्तर आदि उपस्थित थे.
सबसे पहले अधिकारियों की टीम बरारी पुल घाट पहुंची. यहां विक्रमशिला पुल की पश्चिम तरफ स्मार्ट सिटी के तहत अधूरे पड़े निर्माण कार्य के कारण पानी में सरिया निकले हुए दिखे. इसके कारण इधर छठ मनाना खतरनाक साबित हो सकता है. लिहाजा यह निर्णय लिया गया कि पुल के पीलर की पूर्वी ओर छठ घाट तैयार किया जायेगा. यहां श्मशान घाट की तरफ पानी में सरिया होने के कारण उसे चदरे से घेराबंदी करने का निर्देश डीएम ने दिया. वहीं घाट पर बिखरे पत्थर व कंक्रीट के बोल्डर को हटाने का भी निर्देश दिया. घाट के साथ-साथ पहुंच पथ को भी तैयार करने का निर्देश दिया गया.
बरारी में सीढ़ी घाट पर पहुंच डीएम ने निरीक्षण किया. यहां की स्थिति अन्य घाटों से अपेक्षाकृत कुछ ठीक दिखी. हालांकि इसे भी बेहतर ढंग से तैयार करने के लिए कहा. बरारी जहाज घाट पर दलदल की समस्या पायी गयी. यहां युद्धस्तर पर काम करते हुए घाट को तैयार करने का निर्देश नगर आयुक्त को दिया. एसएम कॉलेज सीढ़ी घाट जाते समय पहुंच पथ को जलापूर्ति योजना के तहत काटे जाने के कारण अव्यवस्था दिखी. डीएम ने बुडको के कार्यपालक अभियंता को कहा कि इस सड़क को छठ से पहले मरम्मत करा लें, ताकि श्रद्धालुओं के आवागमन में कोई दिक्कत नहीं हो. घाट की तैयारी करने का निर्देश नगर आयुक्त को दिया.
बूढ़ानाथ घाट में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अधूरे निर्माण कार्य के कारण पाया गया कि इस बार यहां छठ मनाना मुश्किल है. इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने स्थानीय छठ पूजा समिति के साथ विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया कि बूढ़ानाथ घाट पार्क में एक तालाब का निर्माण किया जायेगा. इसमें गंगा का जल भर कर छठ मनाया जायेगा. डीएम ने इसकी जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी. अंग सेवा समिति के अध्यक्ष अभय कुमार घोष सोनू ने बताया कि 250 फीट लंबा, 30 फीट चौड़ा और चार फीट गहरा तालाब का निर्माण किया जायेगा. इसमें दो पंप से गंगाजल भरास जायेगा. जलनिकासी की भी व्यवस्था रहेगी.