Bihar: भागलपुर में गंगा पर बनने वाले समानांतर पुल में क्यों फंसा था पेंच? जानिए केंद्र सरकार से आया ताजा अपडेट

Bihar News: भागलपुर में गंगा पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनने वाले पुल को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. अब इसके टेंडर की तिथि बढ़ा दी गयी है. टेंडर का टेक्निकल बिड अब 07 फरवरी खोला जायेगा. जानिए किन कारणों से रद्द होता रहा टेंडर

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2023 9:42 AM

Bihar News: भागलपुर में गंगा पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनने वाले पुल के टेंडर खुलने की तिथि बढ़ा दी गयी है. टेंडर का टेक्निकल बिड अब 07 फरवरी खोला जायेगा. यही नहीं, एजेंसियों की ओर से बिड सब्मिशन की आखिरी तिथि भी 27 जनवरी से बढ़ा कर छह फरवरी कर दी गयी है. पहले टेंडर का टेक्निकल बिड खोलने की तिथि 30 जनवरी निर्धारित थी. टेक्निकल बिड खोलने की तिथि में फेरबदल सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली की ओर से की गयी है.

मिनिस्ट्री से ही टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जा रही

मिनिस्ट्री से ही टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. पिछले माह दिसंबर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल के टेंडर को मिनिस्ट्री ने रद्द कर दिया था. 13 दिसंबर को नये सिरे से टेंडर प्रकाशित किया था. समानांतर पुल विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर दूर पूर्व की दिशा में बनना है. 29 मीटर चौड़ा एवं 4.455 किलोमीटर लंबा बनना है. पुल बनाकर तैयार करने की अवधि 1460 दिनों की रखी गयी है.

जानें, किन कारणों से रद्द हुआ था पहले का तीन टेंडर

समानांतर पुल निर्माण के लिए तीन टेंडर रद्द हो चुका है. चौथे टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. पहली बार के टेंडर में किसी भी एजेंसियों ने रुचि नहीं दिखायी थी. दूसरी बार में लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) को मिला था. एजेंसी ने निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी लेकिन, कोलकाता से बनारस तक मालवाहक जहाज चलने के कारण अंतर्राष्ट्रीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा स्पेनों के बीच का फासला कम से कम 100 मीटर होने की शर्त लगा निर्माण कार्य पर रोक लगा दी थी.


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यहां फंसा था पेंच

स्पेनों के बीच 100 मीटर फासले के शर्त पर एलएंडटी टेंडर की निर्धारित राशि से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से 400 करोड़ अधिक राशि की मांग कर रही थी, लेकिन अधिक राशि देने से मंत्रालय के इंकार करने पर एजेंसी ने काम करने से मना कर दिया था. तीसरी बार टेंडर एसपी सिंघला के नाम से फाइनल हुआ मगर, मिनिस्ट्री और एजेंसी के बीच समन्वय स्थापित नहीं हो सका जिसके कारण रद्द कर दिया गया है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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