भागलपुर: बंद घर में फंदे से लटकता मिला युवती का शव, पिता ने लगाया हत्या का आरोप

21 वर्षीय मीता मोहिनी का शव संदिग्ध परिस्थिति में बंद घर में मिला. सूचना मिलने के बाद कॉलोनी के लोगों की भीड़ जमा हो गयी. मृतका के पिता भी शाहकुंड के शहजादपुर स्थित अपने गांव से भागलपुर पहुंचे. वह दूसरे घर की छत के रास्ते अपने आंगन में गये और पिछले दरवाजे से घर में घुसे.

By Prabhat Khabar News Desk | July 4, 2023 3:46 AM
an image

भागलपुर के बरारी थाना क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के जनता क्वार्टर में मकान संख्या 46 में रहने वाले अधिवक्ता शैलेश चंद्र सिंह की बेटी 21 वर्षीय मीता मोहिनी का शव संदिग्ध परिस्थिति में बंद घर में मिला. सूचना मिलने के बाद कॉलोनी के लोगों की भीड़ जमा हो गयी. मृतका के पिता भी शाहकुंड के शहजादपुर स्थित अपने गांव से भागलपुर पहुंचे. वह दूसरे घर की छत के रास्ते अपने आंगन में गये और पिछले दरवाजे से घर में घुसे. उन्होंने पिछले दरवाजे की कुंडी को टूटा हुआ पाया और मात्र छह फीट की उंचाई से अपनी बेटी का शव फंदे से लटका हुआ पाया. जीवित होने की संभावना पर उन्होंने तुरंत फंदे को खोला. पर बेटी को मृत अवस्था में पाया. उन्होंने मामले में पुलिस के समक्ष हत्या किये जाने की आशंका को लेकर अपना बयान दिया. मामले में उन्होंने मोहल्ले के ही रहने वाले एक व्यक्ति पर हत्या कर शव को फंदे से लटकाने का आरोप लगाया है.

रात 9 बजे से नहीं उठा रही थी फोन 

मृतका के पिता शैलेश चंद्र सिंह ने बताया कि वह और उनकी बेटी मीता मोहिनी उर्फ मोनिका ही घर में रहते थे. उनकी पत्नी की मौत एक साल पूर्व बीमारी की वजह से हो गयी थी. वहीं उनकी छोटी बेटी मोहिता नुपूर कटिहार स्थित बारसोई में एएनएम की पढ़ाई कर रही है. शनिवार को वह अपने गांव स्थित पैतृक घर गये हुए थे. किसी कारण से रविवार रात वह वापस भागलपुर नहीं लौट सके. शाम करीब चार बजे उनकी बात भी मीता से हुई थी. सोमवार सुबह करीब 8 बजे उनकी छोटी बेटी ने फोन कर जानकारी दी कि मीता रविवार रात करीब 9 बजे से ही फोन नहीं उठा रही है.

Also Read: घर से लेकर बाजार तक सावन की धूम, 50 फीसदी तक बढ़ा ट्रैवल एजेंसी का कारोबार, लहसुन-प्याज मुक्त हुआ रसोई…
रोशनदान से भीतर झांका तो फंदे से लटका हुआ पाया

इस बात पर उन्होंने पास के ही इलाके में रहने वाले एक रिश्तेदार सहित मोहल्ले के लोगों को घर पर भेजा. काफी आवाज लगाने और दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब मीता ने दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने दरवाजे के बगल से रोशनदान से भीतर झांका तो मीता को फंदे से लटका हुआ पाया. तब तक वह भी शाहकुंड से हाउसिंग कॉलोनी स्थित अपने घर पहुंच गये. उन्होंने दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की पर लोहे का दरवाजा होने की वजह से दरवाजा नहीं टूटा. उन्होंने पास के एक घर की छत से अपने घर के आंगन में प्रवेश किया. आंगन के दरवाजे को खोला तो दरवाजा खुला हुआ पाया. उन्होंने तुरंत घर के सामने वाले कमरे में पहुंच कर फंदे से लटक रही बेटी का फंदा निकाला. पर वह मृत अवस्था में मिली. उन लोगों ने इस बात की सूचना बरारी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची मृतका की दोस्तों ने बताया कि मीता पिछले कुछ दिनों से अपनी पढ़ाई लिखाई को लेकर काफी परेशान थी.

Exit mobile version