भागलपुर: भागलपुर-हंसडीहा (भेलजोर) के बीच फोरलेन को दो हिस्सों में बनाने का फैसला लिया गया है. पहले हिस्से में बाराहाट तक फोरलेन बनेगा. इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गयी है. वैशाली(गाजियाबाद) की कंसल्टेंट एजेंसी चैतन्य प्रोजेक्ट्स कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड से बराहाट तक की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट जनवरी के अंत तक सौंपने को कहा गया है. कंसल्टेंट एजेंसी ने भी सहमति जतायी है.
वहीं, जमीन अधीग्रहण की भी प्रक्रिया शुरू हो गयी है. अधिग्रहण की जानेवाली जमीन व मौजा को चिह्नित कर लिया गया है. इससे पहले सड़क चौड़ीकरण के लिए सरकारी जमीन की नापी करायी गयी. बलुआचक में सरकारी जमीन की नापजोख के साथ मार्किंग की गयी है. यह काम आगे भी सड़क चौड़ीकरण के लिए जमीन की आवश्यकता के अनुसार पूरा कर लिया गया है.
एनएच विभाग के अधिकारी के अनुसार सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली का इस मार्ग पर विशेष फोकस है. मई-जून तक टेंडर जारी कर दिया जायेगा और एजेंसी बहाल हो जायेगी. इस बीच जमीन अधिग्रहण की भी प्रक्रिया पूरी हो जायेगी. इसके बाद फोरलेन निर्माण का कार्य होने लगेगा. सड़क इंजीनियरिंंग प्रॉक्यूरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में बनेगी. एजेंसी को ही डिजाइन, इंजीनियरिंग व कंस्ट्रैक्शन का कार्य करना है.
भू-अर्जन विभाग के अनुसार जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई के तहत थ्री-स्माॅल ए की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. इसमें अधिग्रहण की जानेवाली जमीन व मौजा को चिह्नित कर लिया गया है. अगले कुछ दिनों में थ्री-कैपिटल ए की प्रक्रिया अपनायी जायेगी. इसके लिए भू-अर्जन विभाग को एनएच विभाग से फाइल मिल गयी है. इसमें भू-स्वामियों का कौन-कौन प्लॉट व मौजा है और अगर उन्हें किसी तरह की कोई आपत्ति है, तो सुनी जाती है. इसका निबटारा किया जाता है.
अधिकारी के अनुसार जल्द ही अधिसूचना जारी होगी. इसमें 21 दिन का समय दिया जायेगा. इसके बाद थ्री-डी की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. फिर भूस्वामियों को मुआवजा दिया जायेगा. सेंट टेरेसा स्कूल से जगदीशपुर और जगदीशपुर से रजौन के बीच विभाग की काफी जमीन है. कहीं 100 फीट तो कहीं 120 फीट चौड़ी जमीन है. कुछ जगहों में भू-अर्जन की कार्रवाई होगी. जानकारी के अनुसार 98 हेक्टेयर फोरलेन सड़क बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण होगा.
जगह के अभाव में बौंसी और रजौन में बाइपास बनाने योजना को ड्राप कर दिया गया है. अब जगदीशपुर और पुरैनी में फ्लाइओवर और रजौन में फोरलेन का सर्विस रोड बनेगा. 22 मीटर चौड़ी बनने वाली भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन निर्माण की कवायद तेज हो गयी है.
वर्तमान में सड़क की चौड़ाई सात मीटर है. फोरलेन सड़क में तीन मीटर डिवाइडर, दो मीटर सोल्डर बनना है. ढाकामोड़ के पास रेल ओवरब्रिज का निर्माण होना है. श्याम बाजार के पास पुराने पुल को तोड़ कर नये पुल का निर्माण होगा. घुमावदार टूलेन टूटा पुल को तोड़कर सीधा फोरलेन पुल का निर्माण होना है.
भागलपुर और भलजोर के बीच 45 पुल-पुलिया व कलवर्ट बनने हैं. सड़क के दोनों ओर एक-एक मीटर चौड़ा बनेगा फुटपाथ. पर्यावरण की दृष्टि से सड़क के दोनों ओर पौधराेपण होना है. अलकतरा-गिट्टी की सड़क बनेगी, लेकिन जहां-जहां जलजमाव की समस्या है वहां पीक्यूसी(पेवमेंट क्वालिटी कंक्रीट) का निर्माण होगा.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली से अलाइनमेंट की स्वीकृति मिल गयी है. भागलपुर-भलजोर (हंसडीहा) फोरलेन एनएच-133ई में दो रेल ओवरब्रिज (आरओबी) और टोल प्लाजा भी बनेगा. ढाकामोड़ और पंजवारा रोड के पास रेल ओवरब्रिज का निर्माण होना है. इस फोरलेन सड़क के निर्माण में 1700 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी आयी है. जगह व मौजा चिह्नित कर लिया गया है. इस पर भूस्वामियों की आपत्ति सुनी जायेगी. इसके लिए 21 दिन का वक्त दिया जायेगा. जल्द ही अधिसूचना जारी की जायेगी. इसके बाद थ्री-डी करते हुए मुआवजा राशि दी जायेगी-विनोद कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, भागलपुर
भागलपुर-हंसडीहा के बीच फोरलेन को दो फेज में बनाने का निर्णय लिया गया है. पहले फेज में बाराहाट तक फोरलेन बनेगा. इसके लिए कंसल्टेंट एजेंसी को बाराहाट तक का डीपीआर जनवरी अंत तक सौंपने को कहा गया है. मई-जून तक निविदा निकाली जायेगी. जमीन अधिग्रहण के लिए भू-अर्जन विभाग को फाइल बढ़ा दी गयी है- अनिल कुमार सिंह, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, नेशनल हाइवे जोन, भागलपुर