भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन का प्रोजेक्ट रिपोर्ट निकला गलत, खामियों को सुधारने के लिए एजेंसी को मिली मोहलत
भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन के लिए कंसल्टेंट एजेंसी ने जो डिलेट प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) एनएच विभाग का सौंपा था, उसमें कई तरह की त्रुटियां निकली है और इसको लौटा दिया है. साथ ही कंस्लटेंट एजेंसी से कहा है कि त्रुटि सुधार कर सप्ताह भर के अंदर सब्मिट करें.
भागलपुर: पहले फेज में बाराहाट तक बनने वाले भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन के लिए कंसल्टेंट एजेंसी ने जो डिलेट प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) एनएच विभाग का सौंपा था, उसमें कई तरह की त्रुटियां निकली है और इसको लौटा दिया है. साथ ही कंस्लटेंट एजेंसी से कहा है कि त्रुटि सुधार कर सप्ताह भर के अंदर सब्मिट करें. कंसल्टेंट एजेंसी डीपीआर की खामियों को सुधार रही है.
डीपीआर को सुधारकर भेजा जाएगा केंद्रीय मंत्रालय
डीपीआर बनाने का जिम्मा वैशाली (गजियाबाद) के चैतन्य प्रोजेक्ट कंसल्टेंसी को मिला है. उन्होंने तीन-चार दिन पहले एनएच विभाग को पहले फेज के फोरलेन के लिए डीपीआर सौंपा था. इधर, डीपीआर सुधार होकर जब कंसल्टेंट एजेंसी से एनएच विभाग को मिल जायेगा, तो उसे स्वीकृति के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली भेजेगा. मिनिस्ट्री से जब स्वीकृति मिलेगी, तो टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जायेगी और कार्य एजेंसी चयनित की जायेगी.
बाराहाट से भेलजोर का डीपीआर भी बनाया जा रहा
इधर, उक्त कंसल्टेंट एजेंसी दूसरे फेज के बाराहाट से भेलजोर (हंसडीहा) का डीपीआर भी बना रही है. यह कंसल्टेंट एजेंसी भागलपुर-हंसडीहा रोड का पहले भी डीपीआर बना चुकी है. तब यह रोड सिर्फ 10 मीटर चौड़ी होनी थी. मिनिस्ट्री ने उक्त रोड को फोरलेन की स्वीकृति दी है. इस कारण पूर्व में बने 10 मीटर सड़क चौड़ीकरण के लिए तैयार की गयी डीपीआर को रद्द कर दिया था. यह एजेंसी दूसरी बार डीपीआर पहले फेज के फोरलेन के लिए बनायी है.
31 मार्च से पहले मंत्रालय से डीपीआर स्वीकृत करायेगा एनएच विभाग
पहले फेज में बनने वाले फोरलेन का डीपीआर अगले सप्ताह तक एनएच विभाग को मिलेगा. विभाग इसे न केवल मिनिस्ट्रि को भेजेगा, बल्कि 31 मार्च से पहले इसको स्वीकृत भी करायेगा. एनएच अधिकारी के अनुसार इस मार्ग पर मिनिस्ट्री का विशेष फोकस है. इधर, मई-जून तक टेंडर निकालने और एजेंसी चयनित करने लेने का लक्ष्य है.
फोरलेन सड़क में तीन मीटर डिवाइडर और दो मीटर बनेगा सोल्डर
वर्तमान में सड़क की चौड़ाई सात मीटर है. फोरलेन सड़क में तीन मीटर डिवाइडर, दो मीटर सोल्डर बनना है. ढाकामोड़ के पास रेल ओवरब्रिज का निर्माण होना है. श्याम बाजार के पास पुराने पुल को तोड़ कर नये पुल का निर्माण होगा. घुमावदार टू-लेन टूटा पुल को तोड़कर सीधा फोरलेन पुल का निर्माण होना है.
भागलपुर-हसंडीहा के बीच बनेगा 45 पुलिया व कलवर्ट
भागलपुर और भलजोर के बीच 45 पुल-पुलिया व कलवर्ट बनने हैं. सड़क के दोनों ओर एक-एक मीटर चौड़ा बनेगा फुटपाथ. पर्यावरण की दृष्टि से सड़क के दोनों ओर पौधराेपण होना है. अलकतरा-गिट्टी की सड़क बनेगी, लेकिन जहां-जहां जलजमाव की समस्या है वहां पीक्यूसी (पेवमेंट क्वालिटी कंक्रीट) का निर्माण होगा.
टोल प्लाजा भी बनेगा
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली से अलाइनमेंट की स्वीकृति मिल गयी है. भागलपुर-भलजोर (हंसडीहा) फोरलेन एनएच-133ई में दो रेल ओवरब्रिज (आरओबी) और टोल प्लाजा भी बनेगा. ढाका मोड़ और पंजवारा रोड के पास रेल ओवरब्रिज का निर्माण होना है. इस फोरलेन सड़क के निर्माण में 1700 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
हंसडीहा फोरलेन : जमीन अधिग्रहण के लिए अब सक्षम प्राधिकार होंगे डीसीएलआर
भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन के जमीन अधिग्रहण के लिए अब सक्षम प्राधिकारी डीसीएलआर होंगे. शुक्रवार को भू-अर्जन पदाधिकारी ने रेकड़ सौंप दिया है. दरअसल, भूअर्जन पदाधिकारी को सप्ताह-10 दिन पहले प्रपोजल आया था. इससे पहले की जमीन अधिग्रहण संबंधी प्रक्रियाएं अपनायी जाती, उससे पहले सक्षम प्राधिकार के लिए डीसीएलआर का नाम तय हो गया. अब जमीन अधिग्रहण संबंधी सारी प्रक्रियाएं डीसीएलआर द्वारा पूरी की जायेगी. इसके बाद थ्री-डी की प्रक्रिया पूरी होगी. तब जाकर भूस्वामियों को मुआवजा दिया जायेगा.
फोरलेन के जमीन अधिग्रहण को लेकर प्रपोजल आया था लेकिन, अब इसके सक्षम प्राधिकारी डीसीएलआर होंगे. रेकड़ सौंप दिया गया है. सप्ताह-10 दिन पहले प्रपोजल मिला था- विनोद कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, भागलपुर
भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन दो फेज में बनेगा. पहले फेज के फोरलेन निर्माण के लिए कंसल्टेंट एजेंसी ने डीपीआर सौंपा था मगर, इसमें तकनीकी खामियां मिली. डीपीआर को लौटा दिया गया है. अगले सप्ताह तक खामियों में सुधार कर डीपीआर सौंपेगा. इसके बाद स्वीकृति के लिए मिनिस्ट्री भेजा जायेगा. इस वित्तीय वर्ष में डीपीआर को स्वीकृत भी करा लिया जायेगा. दूसरे फेज के फोरलेन के लिए भी कंसल्टेंट एजेंसी डीपीआर बनाने की तैयारी कर रही है- अनिल कुमार सिंह, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, राष्ट्रीय उच्च पथ अंचल, भागलपुर