भागलपुर में ट्रैफिक सिग्नल व्यवस्था को शुरू हुए बुधवार को दूसरा दिन बीत गया. दूसरे दिन भी ट्रैफिक सिग्नल व्यवस्था की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. व्यवस्था के शुरू होने के दूसरे दिन भी शहर के कुछ चौराहों को छोड़ लगभग सभी चौराहों पर अव्यवस्था की स्थिति बनी हुई थी. कुछ सिग्नलों पर मंगलवार को आयी परेशानी का हल निकालने के लिये उसमें तब्दीलियां भी की गयी थी. इसके बावजूद कोई खास असर जाम पर नहीं पड़ा. शहरवासी इस बात से सबसे ज्यादा हैरान थे कि घर से निकलते ही जिन रास्तों से वे बिना किसी रुकावट हल्की फुल्की भीड़ भाड़ में निकल जाते थे उन रास्तों पर एक-दो नहीं बल्कि चार-पांच ट्रैफिक सिग्नल का सामना करना पड़ रहा है.
बेवजह 5 से 10 मिनट तक हर चौराहे पर रुकना पड़ा
लोगों का कहना है कि ट्रैफिक सिग्नल के नाम पर बेवजह 5 से 10 मिनट तक हर चौराहे पर रुकना पड़ा. बुधवार को भी यह व्यवस्था जारी रही. जिसमें सबसे ज्यादा परेशानी तिलकामांझी चौक पर नौलखा कोठी की ओर जाने वाली सड़क और बरारी की ओर जाने वाली सड़क पर हुई. एक तरफ नौलखा कोठी की ओर जाने वाली सड़क पर दूसरी दिशा से तिलकामांझी आने वाले वाहनों की काफी लंबी कतार थी. वजह यह थी कि अधिकांश लोगों को यह नहीं पता था कि उक्त रास्ते से वन वे व्यवस्था खत्म कर दी गयी है. जिसकी वजह से तिलकामांझी की ओर आने वाले अधिकांश वाहन चालकों ने उसी रूट का सहारा लिया.
जाम में लोग दिनभर फंसे रहे
सिग्नल की वजह से लंबी कतार और लगे जाम में फंसे लोगों का कहना था कि प्रशासन और पुलिस को ट्रैफिक सिग्नल शुरू करने से पहले पुख्ता तैयारी करनी थी. छोटी-संकरी गलियों और मोहल्लों में ट्रैफिक सिग्नल व्यवस्था शुरू किया जाना केवल सरकारी राशि की बर्बादी है. जिन चौराहों पर जगह है और आराम से यह व्यवस्था चलायी जा सकती है वहां पर केवल सिग्नल को लगाया जाना चाहिये था. इधर तिलकामांझी चौक पर मंगलवार को चारों रास्तों पर लगी वाहनों की कतार के बाद बुधवार को तब्दीली की गयी थी. जिसमें एक साथ दो तरफ के रास्तों को हरी लाइट दी गयी थी. जिसकी वजह से चौक पर दो दिशाओं से आने वाले वाहनों का अत्याधिक लोड बन गया.
सड़क निर्माण कार्य अधूरा होने से लोग परेशान
मिरजान स्थित शीतला स्थाना चौक पर मंगलवार को शुरू की गयी सिग्नल व्यवस्था को फेल मानते हुए बुधवार को उसे बंद ही कर दिया गया. इसके अलावा घंटाघर चौक पर डिवाइडर नहीं लगने और सड़क निर्माण कार्य अधूरा होने की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं कोतवाली चौक पर तातारपुर की ओर जोने वाली सड़क पर महज कुछ फीट जगह बचने की वजह से केवल एक वाहन ही एक बार में पार हो पा रहे थे. वहां से गुजरने वाले सभी वाहन चालक इस व्यवस्था को कोसते दिखे.