भागलपुर: बूढ़ानाथ मंदिर के पास जमुनिया नाला पर शंकरपुर पंचायत के दारापुर गांव को जोड़ने के लिए उच्चस्तरीय आरसीसी पुल बनेगा. इस पुल के बनने से शंकरपुर और अजमेरीपुर बेरिया पंचायत के दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को नाव का सहारा नहीं लेना पड़ेगा. जमुनिया नाला पर 15 करोड़ 91 लाख 51 हजार की लागत से 75 मीटर लंबा उच्चस्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण होगा.
29 अगस्त को बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को जमुनिया नाला पर बूढ़ानाथ मंदिर के पास शंकरपुर पंचायत के दारापुर गांव को जोड़ने वाले पुल निर्माण के संबंध में प्रशासनिक स्वीकृति के लिए पत्र लिखा है. सचिव को लिखे पत्र में प्रबंध निदेशक संजय सिंह ने कहा है कि इस पुल के निर्माण कार्य का प्राक्कलन पूर्व में भी भेजा गया था. 08 अप्रैल 2015 को भेजे गए प्राक्कलन को स्वीकृति नहीं मिल सकी थी. इस पुल के निर्माण के लिए तकनीकी स्वीकृति मिलने पर फिर अद्यतन दर पर तैयार प्राक्कलन प्रशासनिक स्वीकृति के लिए समर्पित किया गया है. प्रबंध निदेशक के अनुसार प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर कर ठेका एजेंसी बहाल की जायेगी और पुल निर्माण का कार्य शुरू कराया जायेगा.
जमुनिया नाला पर पुल बनने से शंकरपुर, दारापुर, बिंद टोली, सहूनिया, बंडाल, मोहनपुर दियारा, रसीदपुर, अजमेरिपुर सहित दो पंचायत के दो दर्जन गांवों के 40 हजार से अधिक आबादी को आवागमन की सुविधा होगी. वर्तमान में गांव से जिला मुख्यालय आने के लिए ग्रामीण विश्वविद्यालय के रविंद्र भवन के पीछे, गोलाघाट, सकीचन घाट पर आपस में चंदा कर ग्रामीण खुद चचरी पुल बनाते हैं. जान जोखिम में डालकर ग्रामीण इस चचरी पुल से आना-जाना करते हैं. बाढ़ में पुल ध्वस्त होने से आवागमन की गंभीर समस्या खड़ी हो जाती है. लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ता है. पुल बनने से इस मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा.