भागलपुर: प्रमंडलीय आयुक्त दया निधान पांडेय ने सोमवार को राजस्व से संबंधित मासिक समीक्षा की. भागलपुर जिले में ऑनलाइन दाखिल खारिज के कुल 276072 आवेदनों के विरुद्ध 246769 आवेदनों का निष्पादन किया गया है. बांका जिले में दाखिल खारिज के कुल 195349 आवेदनों के विरुद्ध 187482 आवेदनों का निष्पादन किया गया है.
भागलपुर जिले के कहलगांव अंचल में 4419 व शाहकुंड में 2384 और बांका के रजौन में 1169 व धोरैया में 1158 मामले लंबित हैं. ये सर्वाधिक लंबित मामलों वाले अंचल हैं. आयुक्त ने इस पर असंतोष व्यक्त किया. ऐसे अंचलों में कैंप आयोजित कर ऑनलाइन दाखिल खारिज के लंबित मामले का निष्पादन करने का निर्देश दिया.
भू-लगान वसूली के मामले भागलपुर में 13.65% और बांका में 13.70% वसूली हुई है. इसकी गति काफी धीमी है. आयुक्त ने दोनों जिला के डीएम व एडीएम को एक माह के अंदर कुल वसूली का 25% तक करने का निर्देश दिया. भागलपुर में 30.60% और बांका में 15.17% जमाबंदी अपडेट किया गया. इसे तेज करने कहा गया. परिमार्जन पोर्टल पर भागलपुर में लंबित आवेदनों का प्रतिशत 1.66%, जबकि बांका में मात्र 0.47% है. ऑनलाईन भूमि स्वामित्व प्रमाण-पत्र के अंतर्गत भागलपुर में 26474 आवेदनों में 26437 और बांका जिला में कुल प्राप्त 8236 आवेदनों में 8215 आवेदनों का निष्पादन किया गया है. शत-प्रतिशत आवेदनों के निष्पादन का निर्देश दिया गया.
भागलपुर में अंचलाधिकारी के न्यायालयों में कुल 72154 दायर वादों के विरुद्ध 41891 वादों का निष्पादन किया गया है. शेष 30263 वाद लंबित है. इसमें दाखिल खारिज व बेदखलीवाद से संबंधित लंबित मामलों की संख्या सर्वाधिक है. लंबित वाद के शीघ्र निष्पादन के लिए साप्ताहिक समीक्षा एडीएम करेंगे.
लोक भू-अतिक्रमण में भागलपुर के सुलतानगंज अंचल में सर्वाधिक मामले लंबित हैं. एडीएम को निर्देश दिया गया कि जिन अंचलों में लोक- भू अतिक्रमण के लंबित मामलों की संख्या सर्वाधिक है, उन अंचलाधिकारी से शीघ्र निबटारा कराना सुनिश्चित करें. अभियान बसेरा अंतर्गत पीरपैंती में 24, जगदीशपुर में 22 व सुलतानगंज में 16 मामले लंबित हैं, जिन्हें एक महीने के अंदर निष्पादन करने कहा गया.