भागलपुर में क्राइम और क्रिमिनल प्रिवेंशन को लेकर पुलिस जिला में शुरू किये गये एक नये अभियान के दौरान भागलपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लग गयी. मामला औद्योगिक क्षेत्र (जीरोमाइल) थाना का है. जहां पुलिस टीम ने महज एक मौखिक सूचना के आधार पर हुए अपहरण कांड का डेढ़ घंटे के भीतर उद्भेदन कर दिया. देर रात ही मामले को लेकर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. जिसमें एसएसपी और सिटी डीएसपी ने पुलिस को मिली सफलता की जानकारी दी.
एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि अपराध नियंत्रण और अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर भागलपुर पुलिस की ओर से एक विशेष अभियान (सिटी सिलिंग प्लान और डिस्ट्रिक्ट सिलिंग प्लान) शुरू किया गया. जिसमें किसी भी तरह के गंभीर कांड का प्रतिवेदन होने के साथ ही वायरलेस सूचना के माध्यम से शहरी क्षेत्र और पुलिस जिला के सीमाओं को तुरंत सील कर दिया जायेगा. इसको लेकर भागलपुर पुलिस के शहरी और जिला सीमा पर मौजूद थाना और चेक पोस्ट के पदाधिकारियों के साथ मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा था. इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि जीरोमाइल क्षेत्र में मौजूद जावेद गैरेज के पास से एक युवक को मारपीट कर उसका अपहरण कर लिया गया है. उक्त सूचना के आलोक में सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया.
सूचना मिलते ही भागलपुर पुलिस जिला की सभी सीमाओं को सील कर उपयुक्त वाहन के मिले विवरण के अनुसार नाकाबंदी कर चेकिंग शुरू की गयी. वहीं कटिहार, खगड़िया व नवगछिया पुलिस के अधिकारियों से भी उनके जिला के सीमाओं पर नाकाबंदी करने की मांग की गयी. जिस रूट पर अपहरण कर अपहरणकर्ता भागे थे, उस पर पीछा करते हुए नवगछिया इलाके से अपहृत को बरामद कर अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गयी. बरामदगी के बाद अपहृत ने बताया कि वह नवगछिया के पकरा का रहने वाला सर्वेश कुमार है. वहीं गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों में लतड़ा गांव के रहने वाले गौरव कुमार, सौरभ कुमार, आशीष आनंद, लत्ती पाकर निवासी उदय कुमार उर्फ जय जय राम साह और स्कॉर्पियाे कार के चालक पचगछिया निवासी संजीव सिंह शामिल हैं
परिजनों को बरामदगी के बाद मिली घटना की जानकारी
एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि अपहरण होने के बाद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने भागलपुर पुलिस को पूरी घटना की जानकारी सहित अपहरण के लिये उपयोग किये गये कार और अपहरणकर्ताओं का विवरण मुहैया कराया. इसके साथ-साथ कुछ लोगों ने पुलिस को अपहरण के दौरान बनायी गयी कुछ वीडियाे क्लिप भी उपलब्ध करायी. जिसके आधार पर पुलिस ने अपनी जांच शुरू की. इधर, अपहरण की जानकारी अपहृत सर्वेश के परिवार के लोगों को नहीं थी. वहीं पुलिस ने कांड का उद्भेदन कर अपहृत की बरामदगी के बाद सर्वेश के परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी.