थाना की गश्ती पार्टियों को मेंटेन करना होगा रोस्टर, पुलिस मुख्यालय ने SP को लिखा पत्र

थानों द्वारा की जाने वाली गश्ती की गुणवत्ता में आयी कमी को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय (‍‍Bihar Police Headquarter) ने सभी जिलों के एसएसपी/एसपी को पत्र लिखा है और गश्ती पार्टी खास तौर पर रात्रि गश्त लगाने वाली टीम पर विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 20, 2022 2:42 AM

भागलपुर: डायल 112 के लागू किये जाने के बाद इनके वाहन शहरी क्षेत्र के लगभग सभी चौक-चौराहों पर नजर आ रहे हैं. पर डायल 112 के वाहनों के रहने के बाद थानों की गश्ती पार्टियों को थोड़ा आराम मिला है. शहरी क्षेत्र के कुछ इलाकों के लोगों के अनुसार इलाके में पिछले डेढ़ महीने से गश्ती पार्टियों का भ्रमण लगभग खत्म हो गया है. वहीं थानों की पुलिस खासतौर पर रात्रि गश्ती पार्टी अब डायल 112 के भरोसे ही किसी एक स्थान पर अपने वाहन को रोक उस पर आराम फरमाती नजर आती है.

पुलिस मुख्यालय ने एसपी को लिखा पत्र

थानों द्वारा की जाने वाली गश्ती की गुणवत्ता में आयी कमी को लेकर पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसएसपी/एसपी को पत्र लिखा है और गश्ती पार्टी खास तौर पर रात्रि गश्त लगाने वाली टीम पर विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया है.

रोस्टर में मेंटन करने होगा

पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किये गये निर्देश के मुताबिक सभी जिलों के प्रत्येक थानों के दिवा, संध्या और रात्रि गश्ती पार्टी को अब अपने वाहनों में रोस्टर मेंटेन करना होगा. यानी कि गश्ती पार्टी गश्ती के दौरान किन इलाकों से और किस वक्त गुजरी, किन प्वाइंट्स पर कितनी देर रुकी, गश्ती के क्रम में कितने लोगों से पूछताछ हुई और कितने वाहनों की जांच की उक्त सभी बिंदुओं को एक रजिस्टर में मेंटेन करना होगा.

एसपी करेंगे औचक जांच

वहीं, जिला के एसपी रैंक के अधिकारियों को गश्ती पार्टी की औचक जांच करने के निर्देश दिये गये हैं. एसपी को खास तौर रात में गश्ती करने वाली पार्टियों के औचक जांच और उनके रोस्टर को चेक करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही औचक जांच के दौरान अच्छा कार्य करने वाले पदाधिकारियों/कर्मियों को पुरस्कृत करने और लापरवाही बरतने वाले पुलिस पदाधिकारियों/कर्मियों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

112 के पदाधिकारी खुद कार्रवाई का ले सकेंगे निर्णय

पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किये गये निर्देश में डायल 112 को भी कुछ शक्तियां प्रदान की है. पूर्व में डायल 112 के वाहनों पर लगे स्क्रीन पर या उनके वायरलेस पर केवल मैसेज आने पर ही आवश्यक कार्रवाई करने और संबंधित थानों की पुलिस को सहयोग करने के लिये निर्देशित किया गया है. पर पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किये गये नये निर्देश में पूर्व में दिये गये निर्देशों के साथ साथ वाहनों में मौजूद पुलिस पदाधिकारी किसी प्रकार की घटना होने, सुरक्षा या विधि व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने पर स्वयं भी निर्णय लेकर कार्रवाई कर सकेंगे.

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