कनाडा और पंजाब पुलिस का वांछित गुरप्रीत और वीरेंद्र धारीवाल की पुलिस भागलपुर व आस पास के जिलों में कर रही है. मामले को लेकर पंजाब पुलिस ने बिहार पुलिस मुख्यालय को जानकारी दी है. पंजाब पुलिस ने के अनुसार आरोपियों का लोकेशन गलपुर, खगड़िया और पूर्णिया जिले में मिले हैं. जिसके बाद पंजाब पुलिस और बिहार एसटीएफ ने सरगर्मी से आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी है. बताया जाता है कि गुरप्रीत और वीरेंद्र धारीवाल पंजाब से बड़े पैमाने पर बिहार में सक्रिय शराब सिंडिकेट से मिलकर शराब तस्करी करने लगे हुए हैं.
बता दें कि बीते 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले में पंजाबी गायक सिद्धु मूसेवाला की हत्या के बाद गोल्डी बराड़ गैंग के सदस्यों के खिलाफ सघन अभियान चला रही है. जानकारी के मुताबकि पुलिस दबिश से परेशान गुरप्रीत और वीरेंद्र पूर्वी बिहार में शराब तस्करी के एक बड़े सिंडिकेट की पनाह में भागकर चला आया है. पंजाब की एसटीएफ की मानें तो दोनों का लोकेशन भागलपुर, पूर्णिया और खगड़िया जिले में मिले हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक गुरप्रीत और वीरेंद्र पंजाब पुलिस के अलावा कनाडा में भी वांछित है. कनाडा की सरकार हाल में गैंगस्टरों को लेकर पब्लिक सेफ्टी वार्निंग जारी की थी. ब्रिटिश कोलंबिया की संयुक्त फोर्स स्पेशल एनफोर्समेंट यूनिट ने जिन 11 गैंगस्टरों की सूची जारी की थी. इस सूची में दोनों के नाम भी शामिल हैं.
गुरप्रीत और वीरेंद्र धालीवाल से नाता रखने वाले प्रिंस और विकास को पंजाब पुलिस 5 अगस्त 2022 को गिरफ्तार किया था. प्रिंस और विकास को पुलिस ने विदेशी नंबरों से पंजाब में रंगदारी मांगने के आरोप में पूर्वी चंपारण के लुकारियां से गिरफ्तार किया था. दोनों ने गुरप्रीत और वीरेंद्र समेत गिरोह के कई सदस्यों के नाम एसटीएफ को बताए हैं. प्रिंस और विकास ने भी कनाडा में बैठे गैंगेस्टर गोल्डी बराड़ गिरोह से नाता रखने वाले गुरप्रीत और वीरेंद्र धालीवाल के संबंध में कई चौंकाने वाली जानकारी दी है.
प्रिंस और विकास की गिरफ्तारी बाद पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस की स्पेशल टीम भागलपुर, बेगूसराय और मुजफ्फरपुर के बड़े स्वर्ण व्यवसायी से रंगदारी मांगे जाने की भी जांच शुरू कर दी है. बता दें कि बीते दिनों भागलपुर के बड़े स्वर्ण व्यवसायी और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के भाई विष्णु शर्मा से 70 लाख की रंगदारी मांगी गयी थी. इस मामले में भी पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है. रंगदारी का मामला बेगूसराय और मुजफ्फरपुर में भी सामने आया था. फिलाहल एसएसपी बाबू राम ने मामले में बेगूसराय और मुजफ्फरपुर पुलिस से भी संपर्क साध जांच का दायरा बढ़ाने का निर्देश दे दिया है और खुद से मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.