Bihar: भागलपुर पुलिस प्रॉपर्टी डीलर के हत्यारों को पकड़ने में फेल, अब डुगडुगी बजाकर चिपका रहे इश्तेहार

भागलपुर पुलिस कुतुबगंज मोहल्ले में प्रॉपर्टी डीलर अमरेंद्र सिंह की हत्या में अभियुक्तों को पकड़ने में नाकाम रही. अब कोर्ट से आधा दर्जन फरार अभियुक्तों के खिलाफ इश्तेहार लिया गया है. गुरुवार को पुलिस की टीम इश्तेहार चिपकाने आरोपितों के घर पहुंची.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2022 2:29 PM

Bihar Crime News: भागलपुर के बबरगंज थाना क्षेत्र के कुतुबगंज मोहल्ले में विगत 19 सितंबर की शाम प्रोपर्टी डीलर अमरेंद्र सिंह की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गयी. घटना के तीन माह बीतने के बाद अब तक पुलिस घटना में संलिप्त छह मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर सकी. कोर्ट से इश्तेहार जारी होने के बाद गुरुवार को पुलिस फरार अभियुक्तों के घर पहुंची और इश्तेहार चिपकाया.

छह अभियुक्तों के विरुद्ध वारंट

विगत माह फरार छह अभियुक्तों के विरुद्ध वारंट जारी किया गया था. वारंट मिलने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने के बाद पुलिस ने मामले में कुछ दिन पूर्व फरार अभियुक्तों के विरुद्ध कोर्ट में इश्तेहार की अर्जी दी थी. जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए फरार सभी छह अभियुक्त के विरुद्ध इश्तेहार जारी कर दिया था. गुरुवार को डुगडुगी बजाकर आरोपितों के घरों में इश्तेहार चिपकाया किया गया.

मुख्य अभियुक्त करकू यादव सहित ये 6 नाम

जिन अभियुक्तों के विरुद्ध इश्तेहार कोर्ट ने दिया है, उसमें मुख्य अभियुक्त करकू यादव सहित उमाकांत यादव, अमर यादव, जैकी यादव, सुजीत यादव व शुभम सोनार उर्फ छेदी शामिल हैं. बुधवार को छह अभियुक्तों को जारी किये गये इश्तेहार को कोर्ट से प्राप्त कर लिया गया और गुरुवार से जारी किये गये इश्तेहार का तामिला शुरू कराया गया.

Also Read: बिहार DGP के कड़े तेवर के बाद फड़फड़ाने लगे धूल से सने फाइलों के पन्ने, अगले ही दिन थानों में हलचल तेज
अमरेंद्र सिंह की हत्या का मामला

फरार अभियुक्तों में एक अभियुक्त बांका जिला का भी है, जिसके घर इश्तेहार चिपकाने के लिये बांका पुलिस का सहयोग लेगी. उल्लेखनीय है कि अमरेंद्र सिंह की हत्या से पूर्व अमरेंद्र सिंह ने बबरगंज थाना में करकू यादव और उसके सहयोगियों के विरुद्ध घर पर फायरिंग और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था. उक्त मामले में बबरगंज पुलिस ने करकू यादव को गिरफ्तार भी किया. पर बाद में उसे थाना से ही बांड भरा कर छोड़ दिया गया.

योजानबद्ध तरीके से गोलियों से भूना

पुलिस पदाधिकारियों की ओर से यह दलील दी गयी कि करकू यादव के विरुद्ध अमरेंद्र सिंह द्वारा लगाये गये आरोपों को असत्य पाया गया है. जिसके कुछ दिन बाद ही करकू यादव ने अपने सहयोगियों के साथ मिल कर अमरेंद्र सिंह की योजानबद्ध तरीके से गोलियों से भून कर हत्या कर दी. घटना के बाद से ही वह और उसके सहयोगी फरार चल रहे हैं. मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में भागलपुर एसएसपी ने अपना पल्ला झाड़ते हुए तत्कालीन बबरगंज थानाध्यक्ष एसआइ सिकंदर कुमार को निलंबित कर दिया था.

Posted By: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version