Bihar Crime News: भागलपुर में कुख्यात अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने का सिलसिला जारी है. जिला पुलिस की टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट में शामिल बदमाश पुलिस के रडार पर हैं. उनके ऊपर नकेल कसी जा रही है और पुलिस के हत्थे भी ये कुख्यात चढ़ते जा रहे हैं. जिले में कुख्यात के रूप में जिन बदमाशों ने लंबे समय तक अपराध का खेल खेला है उन्हें अब गिरफ्तार करने की कार्रवाई तेज की गयी है. भागलपुर पुलिस की टॉप-10 अपराधी की लिस्ट में शामिल 8 कुख्यात अबतक सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं. इसी कार्रवाई के क्रम में कुख्यात अपराधी पप्पू सिंह को गिरफ्तार किया गया. हत्या व डकैती समेत दर्जनों अपराधिक कांड का वह आरोपित है. बालू की अवैध कमाई से उसके अपराध का साम्राज्य इन दिनों फल फूल रहा था. पुलिस ने उसे सन्हौला से गिरफ्तार किया है. अब टॉप 10 की सूचि में शामिल दो कुख्यात पुलिस की पकड़ से दूर हैं.
भागलपुर पुलिस के अपराधियों की टॉप 10 सूची में शामिल कुख्यात अपराधी पप्पू सिंह उर्फ राकेश सिंह (पिता स्व अंकर सिंह ) को गिरफ्तार कर लिया गया. एसएसपी ने सिटी एसपी की निगरानी व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कहलगांव के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया था. जिसने पप्पू सिंह को गिरफ्तार किया. वह सन्हौला थाना क्षेत्र के दोगच्छी गांव के कर्मचारी रामदेव सिंह और उसके पुत्र बिपिन सिंह की डबल मर्डर ने नामजद आरोपित था.यह हत्या 16 जनवरी 2000 को हुई थी, जिसमें दोनों का शव गेरूआ नदी से बरामद हुई थी, जिससे दोगच्छी गांव व आसपास का क्षेत्र दहल उठा था.
दोगच्छी में हुए हत्याकांड के बाद पप्पू सिंह के अपराध का अध्याय आगे ही बढ़ता गया. 2002 में भी हत्या के एक मामले में वह नामजद आरोपित रहा.उसके बाद हथियार के बल पर गांव की ही एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसके साथ शादी करने का मामला ने तो उसे चर्चा में ला दिया. अभी उसके खिलाफ हत्या, डकैती, पोक्सो, सरकारी कार्य में बाधा, आर्म्स एक्ट सहित 13 कांडों में 10 कांड आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है.पप्पू सिंह कई केस में बेल पर है, तो कई केस में फरारी है. उसकी गिरफ्तारी नवगछिया के खरीक क्षेत्र के बिसुपुरिया दियारा में हुई हत्या की घटना में हुई है. जिसमें वह नामजद था. उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
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सन्हौला थाना क्षेत्र के दोगच्छी गांव के पप्पू सिंह के मुख्य आमदनी का श्रोत अवैध बालू का खनन है. सन्हौला प्रखंड के मध्य से गुजर रहे गेरुआ नदी में दोगच्छी, बालू घाटों पर उसकी तूती बोलती है. प्रत्येक दिन चोरी छिपे दर्जनों ट्रैक्टर बालू अवैध खनन कर चन्दपुर, गठोर, बेलसर, श्रीमतपुर गांव होकर चलते हैं, इसी से हो रहे प्रत्येक दिन हजारों की कमाई से इसका आपराधिक साम्राज्य चलता है. पुलिस ने अब पप्पू सिंह को सलाखों के पीछे भेजा है.
बता दें कि भागलपुर पुलिस की टॉप-10 लिस्ट में जो भी अपराधी शामिल हैं उनमें 8 बदमाशों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है. भागलपुर पुलिस बिहार से बाहर जाकर भी गिरफ्तारी कर रही है. कुछ महीने पहले भागलपुर पुलिस ने बबरगंज थाना क्षेत्र के मोगलपुर हुसैनाबाद निवासी शातिर अपराधी टिंकू मियां को गिरफ्तार किया था जो टॉप 10 अपराधियों में शामिल है. बंगाल के बीरभूम जिले से उसकी गिरफ्तारी की गयी थी. भागलपुर पुलिस ने डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम टिंकू मियां को दबोचने के लिए बंगाल भेजी थी. बिना बंगाल पुलिस को सूचना दिए भागलपुर पुलिस गुप्त सूचना के आधार पर पहुंची थी औ टिंकू मियां को एक होटल से पकड़ा था. वह भागलपुर के कुख्यात फेकू मियां का बेटा है. 14 साल से वह फरार था. उसके ऊपर ईनाम तक घोषित रहा लेकिन आजतक उसे पुलिस पकड़ नहीं सकी थी. भागलपुर पुलिस की तैयारी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता था कि उसके बेहद सेक्रेट व्हाट्सएप नंबर पर पुलिस अंजान बनकर चैटिंग कर रही थी. जाल बिछाकर टिंकू मियां को पकड़ा गया था. वो बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए कोलकाता से भागलपुर आ रहा था.
भागलपुर जिले के टॉप 10 अपराधियों में 8 पकड़े जा चुके हैं. अब केवल दो बदमाश ही पुलिस की पकड़ से दूर हैं.
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