भागलपुर . विद्युतीकरण के बाद अब भागलपुर रेलखंड की ट्रेनों की रफ्तार को बढ़ाने की दिशा में रेलवे की कवायद शुरू हो गयी है. जल्द ही भागलपुर-साहिबगंज-किऊल सेक्शन पर महत्वपूर्ण एक्सप्रेस, सुपरफास्ट व मेल ट्रेनें 100 किमी की जगह 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी. इस रेलखंड पर 10 किमी प्रति घंटे रफ्तार बढ़ाने पर सहमति बनी है. साथ ही मालदा रेल मंडल ने स्पीड बढ़ाने के लिए फाइल को भी आगे बढ़ा दिया है. वहीं, इससे पहले ट्रायल भी सफल रहा है.
इस रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी, तो यात्रा में लगने वाले समय की बचत होगी. दरअसल, साहिबगंज से किऊल के बीच रेलवे ट्रैक को दो वर्ष पहले ही बदल दिया गया है और विद्युतीकरण से डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलने लगी है. इस रेलखंड की लगभग सभी ट्रेनें बिजली से चलने लगी है. लेकिन, ट्रेनों की रफ्तार नहीं बढ़ सकी है. अब इस दिशा में रफ्तार बढ़ाने की पहल होने लगी है.
मालदा रेल मंडल के साहिबगंज से किऊल के बीच डेढ़ दर्जन से ज्यादा ट्रेनें चल रही है. इसमें कई ट्रेनें साप्ताहिक, द्वि-साप्ताहिक व रोजाना शामिल है. भागलपुर से जमालपुर के रास्ते दिल्ली के लिए हमसफर एक्सप्रेस मिलाकर भी कई ट्रेनें हैं. स्पीड बढ़ाने के बाद समय में भी आंशिक बदलाव होने की उम्मीद है.
भागलपुर-बांका-दुमका रेलखंड पर रविवार से छह जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें चलने लगी है. वहीं, गया-जमालपुर पैसेंजर ट्रेन का परिचालन भी शुरू हो गया है. परिचालन शुरू करने से संबंधित पूर्व में ही इस्टर्न रेलवे ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया था कि एक अगस्त से पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन अगले आदेश तक शुरू किया जायेगा.
हावड़ा यार्ड से बारिश का पानी अबतक नहीं निकला है. इस कारण सोमवार की सुबह कविगुरु एक्सप्रेस रद्द रहेगी. इधर, रविवार को भी कुछ ट्रेनें रद्द रही. इसमें हावड़ा से खुलने वाली हावड़ा-जमालपुर एक्सप्रेस व कविगुरु एक्सप्रेस शामिल है. हालांकि, रविवार को जमालपुर से हावड़ा जाने वाली जमालपुर-हावड़ा एक्सप्रेस स्पेशल चलायी गयी. हावड़ा-जमालपुर सुपर एक्सप्रेस पिछले दो दिनों से रद्द चल रही थी.
Posted by Ashish Jha