भागलपुर राजद की जिलाध्यक्ष नूतन ने पति के खाने में मिलाया जहर, एसपी के आदेश पर अब हुई गिरफ्तार
राजद महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष नूतन उर्फ निशु सिंह को शनिवार सुबह जोगसर पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार कर लिया.
भागलपुर. पति के खाने में जहर मिला कर हत्या की साजिश रचने के मामले में चार सालों से फरार चल रहीं राजद महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष नूतन उर्फ निशु सिंह को शनिवार सुबह जोगसर पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तारी के बाद शनिवार दोपहर को ही उन्हें कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया. जहां से कोर्ट के आदेश पर उन्हें शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा (सेंट्रल जेल) परिसर स्थित महिला मंडल कारा भेज दिया गया.
जोगसर थाना क्षेत्र के दीपनगर स्थित कालिकाराम गोप लेन निवासी वाजेश ने 22 फरवरी 2018 को अपनी पत्नी नूतन उर्फ निशु सिंह के विरुद्ध भोजन में जहरीला पदार्थ मिला कर जान मारने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था.
उक्त मामले को लेकर निशु सिंह ने कई बार वरीय पुलिस अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगाये. पर जांच के बाद लगाये गये आरोपों को सही पाया गया. इसके बाद कुछ दिन पूर्व ही जोगसर पुलिस ने मामले में नूतन उर्फ निशु सिंह के विरुद्ध कोर्ट से वारंट लिया. शनिवार सुबह उनके घर पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
थानाध्यक्ष एसआइ अजय कुमार अजनबी ने बताया कि आरोप सिद्ध होने के बाद वरीय पुलिस अधिकारियों द्वारा मामले में गिरफ्तारी का आदेश जारी किया गया था. उक्त मामले में बरामद किये गये खाने को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया था. फॉरेंसिक रिपोर्ट में भी खाने में जहर मिले होने की पुष्टि हुई थी.
दूसरी शादी करने के लिए हत्या की साजिश रचने का लगाया था आरोप
दर्ज प्राथमिकी में वाजेश ने कहा था कि उनकी पत्नी ने उनके खाने के लिये दलिया बनाया था. इसे उनकी बेटी के हाथों खाने के लिये भेजा. पर उनकी बेटी ने उन्हें बताया था कि उनकी पत्नी ने दलिया में सफेद रंग का पाउडर मिला दिया है. यह बात सुनते ही उन्होंने खाना खाने से इंकार कर दिया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी पत्नी नूतन दूसरी शादी करने के लिए उनकी हत्या की साजिश रच रही थी. आये दिन घर में विवाद करती थी.
गिरफ्तारी के बाद से ही पैरवी के लिए थानेदार को आये कई कॉल
नूतन उर्फ निशु सिंह की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही उनकी पैरवी के लिए दर्जनों लोगों ने वरीय पुलिस अधिकारियों से लेकर थानेदार व थाना के कनीय पदाधिकारियों के पास फोन किया. मामले में कई राजनीतिक क्षेत्र के लोग भी जोगसर थाना पहुंचे. हालांकि कोर्ट द्वारा जारी वारंट के निष्पादन के आलोक में की गयी कार्रवाई को लेकर पुलिस ने किसी भी तरह की पैरवी सुनने से इंकार कर दिया.