भागलपुर सृजन घोटाला मामला: ईडी ने मांगी 22 अभियुक्तों की सूचना, नहीं मुहैया करा सका जिला प्रशासन
भागलपुर सृजन घोटाला मामले में इडी ने भागलपुर जिला प्रशासन को एक पत्र लिख कर 22 नामजद अभियुक्तों के बारे में विस्तृत सूचना मांगी थी. लेकिन अभी तक पूरी सूचना नहीं भेजी गयी है.
भागलपुर में सृजन घोटाला मामले की सघन जांच इडी के स्तर पर भी ही बेहद तेज गति से चल रही है. इस मामले में करीब छह महीने से ज्यादा समय पहले इडी ने भागलपुर जिला प्रशासन को एक पत्र लिख कर 22 नामजद अभियुक्तों के बारे में विस्तृत सूचना मांगी थी.
इडी के वकील ने जिला प्रशासन को रिमाइंडर भेजा
यह सूचना आज तक इडी को मुहैया नहीं करायी गयी है. इसे लेकर इडी के वकील ने कोर्ट के कहने पर फिर से कुछ दिनों पहले जिला प्रशासन को रिमाइंडर भेजा है, लेकिन अभी तक पूरी सूचना नहीं भेजी गयी है.
इडी ने अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास मांगा
इडी ने भागलपुर के कोतवाली थाने को लिखे पत्र में 22 नामजद अभियुक्तों के नामों की सूची के साथ इनका आपराधिक विवरण या पूरा आपराधिक इतिहास मांगा है. अगर किसी अभियुक्त से संबंधित कोई एफआइआर या किसी मामले में कोई चार्जशीट भी है, तो उसकी मांग भी की गयी है.
एक दर्जन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है
इसमें अधिकतर लोग भागलपुर के ही रहनेवाले हैं और सृजन से किसी ने किसी रूप में जुड़े रहे हैं. इनकी संलिप्तता से जुड़े मामले की जांच इडी कर रही है. इसमें करीब एक दर्जन लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है.
जिनके बारे में सूचना मांगी गयी
जिनके बारे में सूचना मांगी गयी है, उसमें सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर व उसकी सचिव रजनी प्रिया, अमित कुमार (पति- रजनी प्रिया), अमरेंद्र कुमार यादव, बिपिन कुुमार, प्रणव कुमार घोष, जयश्री ठाकुर, संत कुमार सिन्हा, डॉ प्रणव कुमार (माता-स्व मनोरमा देवी), डॉ अमीना बानो अंसारी, अर्चना लाल (पति- परनजीत कुमार लाल), कल्पना कर्ण (पति-दिवाकर कुमार कर्ण), सीमा कुमारी, अरुण कुमार, इंदु गुप्ता (पति-अरुण कुमार), सतीश कुमार झा सहित 22 लोग शामिल हैं. इनके बारे में विस्तृत जानकारी भेजने के लिए कहा गया है.