Bhagalpur Triple Murder Case: बिहार के भागलपुर में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है. नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत गोपालपुर में मंगलवार को प्रेम-विवाह से नाराज युवती के घर वालों ने दामाद, बेटी और डेढ़ साल की मासूम की जान ले ली. पिता ने बेटी पर पहले हमला बोला. दामाद ससुर का पांव पकड़कर गिड़गिड़ाता रहा. पिता ने अपने बेटे को फोन करके बुलाया और भाई ने अपनी बहन, बहनोई और मासूम भांजी को गोलियों से भून डाला. एक शूटर की तरह ही वो गोलियां चलाता गया और तीन लाशें बिछाकर पिता-पुत्र फरार हो गए.
गोपालपुर थाना क्षेत्र के नवटोलिया गांव शाम चार बजे के आसपास गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा उठा. तीन लोगों की हत्या जिस तरीके से की गयी, उसको सुन कर लोग भौंचक हैं. इस हत्या से पूरे क्षेत्र में तरह तरह की चर्चा होने लगी, क्योंकि इस हत्या को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया गया. घटना में मृतका के पिता व भाई शामिल हैं. मृतका नवटोलिया के पप्पू सिंह की पुत्री चंदा कुमारी, दामाद चंदन कुमार व 18 माह की चंदन कुमार की पुत्री रोशनी कुमारी है. चंदा कुमारी का प्रेम विवाह दो वर्ष पूर्व गांव के ही रिटायर शिक्षक गणेश प्रसाद सिंह के पुत्र चंदन कुमार के साथ हुआ था. दोनों को एक मासूम बेटी भी थी. लड़की के घर वाले इस शादी से नाराज थे.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अपने पुराने घर से तीनों लौट रहे थे. रोशनी चंदा की गोद में थी. चंदन आगे-आगे चल रहा था. दूसरी तरफ ताक लगा कर अनिल सिंह के घर पर राज मिस्त्री पप्पू सिंह काम कर रहे थे. जैसे ही तीनों पर उसकी नजर पड़ी तो वह सीधे तीनों की तरफ लोहे का रड लेकर निकला. पिता के तेवर को देख कर चंदा पीछे हो गयी, उसका पति चंदन आगे आकर हाथ जोड़ कर खड़ा हो गया और बोला हमलोगों से जो भी गलती हुई अब माफ कर दीजिये. इस दौरान पप्पू सिंह गाली गलौज करते रहा. देखते ही देखते पप्पू सिंह ने रड से तीनों पर प्रहार करना शुरू कर दिया. कुछ लोग बीच-बचाव करने भी आये लेकिन पप्पू सिंह किसी की नहीं सुन रहे थे.
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पप्पू सिंह को रड चलते देख लोग ज्यादा पास जाने से परहेज कर रके थे, लेकिन लोग ऐसा नहीं करने से मना कर रहे थे. सिर पर रड लगते ही चंदा गिर गयी और उसके हाथ के उसकी मासूम बेटी रोशनी भी नीचे गिर गयी. तभी पप्पू सिंह का पुत्र धीरज थ्रीनट के साथ आ गया. इस वक्त तक तीनों लगभग अधमरे स्थिति में आ गये थे. धीरज सिंह ने सबसे पहले चंदन को गोली मारी. जिसके बाद मौके पर मौजूद लोग भाग गये. इसके बाद धीरज ने पहले चंदा फिर रोशनी को गोली मार दी. चंदा के घर से भागने के बाद से ही उसका भाई हथियार रखने लगा था. चंदन के भाई केदार ने बताया कि जिस वक्त घटना हुई, वह गाय को चारा डाल रहे थे. तीन गोली चली, जब तक वे पहुंचे, तब तक तीनों की जान चली गयी थी.
धीरज सिंह ने किसी शूटर की तरह घटना को अंजाम दिया. पिता से फोन पर बात होते ही धीरज सिंह पिस्तौल लेकर अनिल सिंह के घर के पास पहुंचा और वहां पहुंचते ही गोलियां दागनी शुरू कर दी. सबसे पहली गोली नजदीक से चंदन कुमार के सिर में मारी. गोली लगते ही चंदन गिर गया. उसके बाद पेट व अन्य जगहों पर गोली मारी. बहनोई को मौत की नींद सुलाने के बाद बहन को गोली मारी. सबसे अंत में डेढ़ वर्ष की भांजी को भी गोली मार दी. बच्ची की आंख में गोली मारी गयी. लोगों का कहना है कि धीरज सिंह इस तरह घटना को अंजाम दे रहा था, जैसे वह कोई शूटर हो. गोली चलाने के दौरान वह कहीं भी नहीं चूका. वहीं पुलिस दोनों आरोपितों की खोज में जुट गयी है.