भागलपुर. विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल बनाने में 3.75 फीसदी ज्यादा राशि खर्च होगी. पुल बनाने का काम ठेका एजेंसी को टेंडर राशि से 3.75 प्रतिशत अधिक दर पर मिला है. इस पुल के निर्माण पर संबंधी टेंडर राशि 958.38 करोड़ से 35.93 करोड़ ज्यादा 994.31 करोड़ खर्च होगा. साल 2020 की टेंडर राशि से 838 करोड़ से 156.31 करोड़ अधिक बढ़कर 994.31 करोड़ हो गयी है.
एसपी सिंघला के नाम से फाइनेंसियल बिड एक जुलाई को खुला है और इसका मूल्यांकन किया जा रहा है. चयनित ठेका एजेंसी के साथ जल्द ही लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस(एलओए) साइन होगा. यह प्रक्रिया जब पूरी हो जायेगी, तो सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली से उन्हें वर्क ऑर्डर जारी होगा. बताया जा रहा है कि बरसात के बाद समानांतर पुल का काम शुरू होगा.
समानांतर पुल का निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड पर होगा. चयनित ठेका एजेंसी पर इंजीनियरिंग, डिजाइनिंग व कंस्ट्रक्शन कार्य कराने की जिम्मेदारी रहेगी. ठेका एजेंसी को 1460 दिनों में यानी चार साल में पुल बनाना होगा. समनांतर पुल का निर्माण कंसलटेंसी की निगरानी में होगा. पिलर गाड़ने से लेकर पुल निर्माण से संबंधित मानकों के हर पहलुओं पर कंसलटेंसी नजर रखेगी. निर्माण कार्यों से संतुष्ट होने के बाद बिल भी कंसलटेंसी ही बनायेगी. पुल बनाने वाली एजेंसी और सरकार के बीच कंसलटेंसी सेतु का काम करेगी.
कंसलटेंसी की देखरेख में कार्य कराने का फायदा यह होगा कि सरकार की शर्त और मानकों के अनुरूप गंगा पुल का निर्माण होगा. कंसल्टेंसी एजेंसी की बहाली मिनिस्ट्री स्तर से होगी. टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. टेक्निकल बिड खुल चुका है. कंसल्टेंट चैतन्या प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, दोहवा इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड, हेक्सा कंपनी, एसए इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड, स्टूप कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड व स्ट्रिरा कंपनी ने टेंडर भरा है. टेक्निकल बिड में सफल कंसल्टेंट एजेंसी का फाइनेंसियल बिड खोला जायेगा. जिनके नाम से फाइनेंसियल बिड खुलेगा, उन्हें वर्क अवार्ड किया जायेगा.