भागलपुर विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल का निर्माण कंसलटेंसी की निगरानी में होगा, जानें Details

Bhagalpur news: विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल का निर्माण विभाग के अभियंता नहीं, बल्कि कंसलटेंसी की निगरानी में होना है. पिलर गाड़ने से पुल निर्माण संबंधित मानकों के हर पहलुओं पर कंसलटेंसी नजर रखेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 12, 2022 3:47 PM

भागलपुर: विक्रमशिला सेतु के समानांतर फोरलेन पुल निर्माण के लिए परामर्श सेवाएं (कंसल्टेंसी सर्विसेज) उपलब्ध करायी जायेगी. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली की ओर से कंसल्टेंट एजेंसी के लिए टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. छह कंसल्टेंट एजेंसी ने टेंडर भरा है. टेक्निकल बिड के मूल्यांकन में तीन कंसल्टेंट एजेंसी छंट गयी है, तो तीन सफल रहे हैं. सफल कंसल्टेंट एजेंसी का अब फाइनेंसियल बिड खोला जायेगा. जिन कंसल्टेंट एजेंसी के नाम से फाइनेंसियल बिड खुलेगा, उन्हें कंसल्टेंसी सर्विस के लिए वर्क ऑर्डर जारी होगा. पुल चार साल 1460 दिन में बनकर तैयार होगा.

कंसलटेंसी की निगरानी में होगा समानांतर पुल का काम

समानांतर पुल का निर्माण विभाग के अभियंता नहीं, बल्कि कंसलटेंसी की निगरानी में होना है. पिलर गाड़ने से पुल निर्माण संबंधित मानकों के हर पहलुओं पर कंसलटेंसी नजर रखेगी. निर्माण कार्यों से संतुष्ट होने के बाद बिल भी कंसलटेंसी ही बनायेगी. पुल बनाने वाली एजेंसी और सरकार के बीच कंसलटेंसी सेतु का काम करेगी. कंसलटेंसी की देखरेख में कार्य कराने का फायदा यह होगा कि सरकार की शर्त और मानकों के अनुरूप पुल का निर्माण होगा.

टेक्निकल बिड में सफल कंसल्टेंट एजेंसी

  • एसए इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड ज्वाइंट वेंचर जीपीएफ इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड

  • स्टूप कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, ज्वाइंट वेंचर रोडिक कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड

  • साइसतरा एसए ज्वाइंट वेंचर एलइए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड

टेक्निकल बिड से बाहर हुई कंसल्टेंट एजेंसी

  • चैतन्य प्रोजेक्ट कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड

  • डोहवा इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन लिमिटेड

  • हेक्सा कंस्ट्रक्शन

गंगा में मिट्टी की जांच के बाद बरारी साइड से बनेगा पुल

समानांतर पुल निर्माण के लिए ठेका एजेंसी एसपी सिंघला की आेर से गंगा में मिट्टी की जांच करायी जा रही है. यह जांच पिछले 15 दिनों से चल रही है. डेढ़ दर्जन से ज्यादा कर्मचारी व इंजीनियर इस पर काम कर रहे हैं. गंगा में नावों के सहारे मशीन से मिट्टी निकाली जा रही है. अब तक में चार पिलर के लिए मिट्टी निकाली गयी है और इसे लेबोरेटरी में जांच के लिए भेजा जा सका है. यह काम पूरा होने में साढ़े तीन माह का समय लग सकता है. मौजूदा कर्मियों के अनुसार मिट्टी की जांच पूरी होने के बाद बरारी की ओर से पुल निर्माण के लिए पिलर के लिए पाइलिंग का काम शुरू किया जायेगा. विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर की दूरी पर पूरब दिशा से पुल बनेगा.

लंबाई-चौड़ाई में नहीं होगा बदलाव

पहले की तरह ही समानांतर पुल की चौड़ाई 29 मीटर, लंबाई 4.455 किलोमीटर होगी. 8.920 किमी से 13.375 किमी के बीच बनने वाले इस पुल का अप्रोच नवगछिया की तरफ से 35 मीटर और भागलपुर की तरफ से 53 मीटर होगा.

एसपी सिंघला को मिला है पुल का ठेका

समानांतर पुल बनाने का ठेका एसपी सिंघला को टेंडर राशि से 3.75 प्रतिशत अधिक दर पर मिला है. पहले इस पुल के निर्माण संबंधी टेंडर राशि 838 करोड़ से 157 करोड़ अधिक बढ़ कर 995 करोड़ हो गयी है. फरवरी, 2021 में लार्सन एंड टूब्रो के नाम से टेंंडर फाइनल हुआ था, लेकिन भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आइडब्ल्यूएआइ) की ओर से यह बताकर निर्माण पर रोक लगा दी गयी थी कि पुल के स्पेन का फासला 100 मीटर नहीं था. आइडब्ल्यूएआइ ने कम से कम 100 मीटर स्पेन के फासले की शर्त पर फोरलेन पुल के लिए चयनित एजेंसी भी अतिरिक्त राशि की मांग करने लगी थी. मंत्रालय से यह कहा था कि उसे अगर सौ मीटर स्पेन पर डिजाइन कर पुल बनाना होगा, तो 400 करोड़ रुपये अधिक चाहिए. स्पेनों का फासला सौ मीटर की शर्त और 400 करोड़ अतिरिक्त राशि की मांग को लेकर मंत्रालय की पांच बार बैठक के बाद सहमति नहीं बनने से टेंडर रद कर री-टेंडर किया गया था. अब पुल के स्पेन का फासला सौ मीटर होगा.

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