भागलपुर के नवगछिया पुलिस जिला के गोपालपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत डीमाहा गांव में एक आरोपी प्रदीप मंडल को पकड़ने गयी पुलिस की ग्रामीणों से झड़प हो गयी. ग्रामीणों ने पुलिस वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिसवाले आरोपी की पत्नी के साथ मारपीट कर रहे थे कि उनकी लाठी छह दिन के बच्चे को जाकर लग गयी. इसके बाद पूरा गांव आक्रोशित हो गया. लोगों ने पुलिस का घेराव करके हंगामा करना शुरू कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही, कई थानों की पुलिस वहां पहुंच गयी. मगर सूनने को तैयार नहीं हुए.
जब लोग पुलिस की बात सुनने को तैयार नहीं हुए तो नवगछिया से पहुंचे वज्रा टीम ने मौके पर मौजूद लोगो पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया. इसके बाद वहां की भीड़ उग्र हो गयी. आक्रोशित ग्रामीणों ने कई पुलिसवालों को सड़क पर गिरा कर जमकर लाठी और लात घुसों से मारपीट शुरू कर दी. अभियुक्त प्रदीप मंडल की पत्नी नूतन देवी ने बताया कि पुलिस बिना किसी सर्च वारंट के हीं पहले घर पर छापेमारी करने पहुंची थी. घर में कोई भी पुरुष नही मौजूद नही था जिसके बाद जबरन घर में घुस गया. जब हमने पूछा की क्या मामला है तो उन्होंने कहा की प्रदीप पर केस दर्ज है हमलोग तलाशी लेने का अधिकार है. जब मैने रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने ने मेरे साथ मारपीट करने लगा और गोद में छह दिन के बच्चे के ऊपर लाठी चला दिया.
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घटना के वक्त जब पुलिस ने उसके साथ मारपीट शुरू की वो बेहोश हो गयी. होश में आने के बाद, उसने बताया कि पुलिस वालों ने जबरदस्ती घर में घुसकर मेरे कपड़े फाड़ दिए और मेरे साथ मारपीट भी की. छापेमारी के दौरान वहां लगभग 40 पुलिस वाले मौजूद थे. पुलिस रिकार्ड में अभियुक्त प्रदीप मंडल ने बताया कि वापस आने के बाद उसके साथ भी मारपीट की गयी है. उसके साथ ऐसा वहां के मुखिया के कहने पर किया गया है. पुलिस ने मेरे साथ ऐसा कई बार किया है. कभी बिना बात के ट्रैक्टर पकड़वा दिया जाता है, कभी मारपीट की जाती है.