मारवाड़ी कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार रविवार को संपन्न हो गया. सेमिनार में कुल 108 शोध पत्र प्रस्तुत किये गये, जिसमें 10 को उत्कृष्ट के रूप में चयनित किया गया. अंतिम दिन रविवार को दो तकनीकी सत्र आयोजित किया गया. भोपाल, भागलपुर, वीर कुंवर सिंह विवि सहित सूबे के अन्य विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों ने ऑनलाइन व ऑफलाइन के माध्यम से शोध आलेख प्रस्तुत किये. इसमें अशिक्षा, बेरोजगारी, कृषि व पर्यावरण, विकास व संरक्षण, तकनीकी विकास, साइबर सुरक्षा आदि मुद्दों को गंभीरता से लेने की जरूरत बतायी. साथ ही भारतीय सभ्यता और संस्कृति की सुरक्षा एवं संवर्धन की आवश्यकता पर भी जोर दिया. कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो शिव प्रसाद यादव ने कहा कि देश के सभी नागरिकों को अपने कर्तव्य पथ पर भारत को विकसित करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति व समर्पण भाव से काम करने के लिए प्रेरित करना होगा. सेमिनार का विषय विकसित भारत 2047 आकांक्षाएं और चुनौतियां रखा गया था. वहीं, आयोजन सचिव डॉ संजय कुमार जायसवाल ने कहा कि विकसित भारत की द्दृढ़ संकल्पना के लिए आने वाले समय में भी बौद्धिक विचार का मंच उपलब्ध कराने का प्रयास जारी रहेगा. तकनीकी सत्र में डॉ मुश्फिक आलम व डॉ संगीत कुमार थे. मौके पर डॉ सुधीर कुमार सिंह, डॉ चंद्रलोक भारती, डॉ स्वाष्तिका दास आदि मौजूद थे.
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