मांगा न्याय, तो प्रशासन ने कर दिया केस

भागलपुर: कहलगांव की नव्या रंजन हत्याकांड में परिजनों ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए डीएम ऑफिस में धरना दिया तो प्रशासन ने परिजनों पर केस कर दिया. परिजनों के साथ एपवा व इनौस के कार्यकर्ता भी धरना पर बैठे थे. मामले में दोनों संगठन समेत नौ परिजनों को आरोपित बनाया गया है. सीओ नवीन भूषण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2014 10:17 AM

भागलपुर: कहलगांव की नव्या रंजन हत्याकांड में परिजनों ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए डीएम ऑफिस में धरना दिया तो प्रशासन ने परिजनों पर केस कर दिया. परिजनों के साथ एपवा व इनौस के कार्यकर्ता भी धरना पर बैठे थे.

मामले में दोनों संगठन समेत नौ परिजनों को आरोपित बनाया गया है. सीओ नवीन भूषण की ओर से आदमपुर थाने में दर्ज की गयी प्राथमिकी में जिक्र किया गया है कि उक्त लोग बिना अनुमति के डीएम ऑफिस में घुसे और धारा-144 का उल्लंघन किया. जबरन डीएम ऑफिस में घुस कर सरकारी काम में बाधा पहुंचाया और धरना में आपत्तिजनक भाषण दिया.

जो आरोपित बने
मामले में जन चेतना के मंजर आलम, इनौस के कुणाल सिंह, महमूद आलम एपवा की आशा देवी, अंगिका फिल्म निर्माता निर्देशक कुणाल सिंह, मृतका नव्या रंजन की मां मंजू देवी, भाई राजीव रंजन सिंह और इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष डॉ मुकेश समेत 40 अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है.

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