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बीएसएफ जवान को घेर धोरैया चाैक पर मारने की कोशिश

बांका के पंजवारा के रहने वाले बीएसफ जवान मिथिलेश कुमार सिंह और उसके साथी को धोरैया चौक पर 60 लोगों ने घेर लिया भागलपुर : बांका के धोरैया चौक के पास ट्रक चालक से मामूली विवाद के बाद पंजवारा के रहने वाले बीएसफ जवान मिथिलेश कुमार सिंह को 50-60 लोगों ने घेर कर मारने की […]

बांका के पंजवारा के रहने वाले बीएसफ जवान मिथिलेश कुमार सिंह और उसके साथी को धोरैया चौक पर 60 लोगों ने घेर लिया

भागलपुर : बांका के धोरैया चौक के पास ट्रक चालक से मामूली विवाद के बाद पंजवारा के रहने वाले बीएसफ जवान मिथिलेश कुमार सिंह को 50-60 लोगों ने घेर कर मारने की कोशिश की.
बीएसएफ जवान के साथी को लोगों ने पीटा. वहां से किसी तरह जान बचाकर भागने के बाद पंजवारा थाना की पुलिस ने जवान को ही थाने में बैठा लिया. बांका एसपी को कॉल करने पर रिस्पांस नहीं मिलने पर जवान के पिता ने रेंज डीआइजी विकास वैभव को कॉल किया. डीआइजी ने पंजवारा थानाध्यक्ष को पीड़ित का मोबाइल नंबर भिजवाया और बात कर समस्या का हल निकालने को कहा. उसके बाद बीएसफ जवान को थाने से जाने दिया गया. पंजवारा पुलिस ने बीएसफ जवान को गुरुवार की सुबह लोगों की पहचान करने के लिए बुलाया है.
कमांडो ट्रेनिंग में जाने से पहले पूजा करने गया था धोरैया : मिथिलेश का कहना है कि उसका प्रमोशन हो गया है और वह कमांडो ट्रेनिंग के लिए हजारीबाग जाने वाला है. वहां जाने से पहले वह धोरैया चौक पर बजरंगबली मंदिर में पूजा करने गया था. वहीं पर एक ट्रक ने उसकी बाइक में ठोकर मार दी. उस ट्रक में वहीं मौजूद धान कारोबारी बिन्देश्वरी भगत का धान लोड हो रहा था. ऐसा होने पर उसने ट्रक चालक से कहा कि वह देखकर नहीं चला रहा क्या.
जवान के इतना कहते ही दुकानदार ने लगभग 50 की संख्या में ग्रामीणों को बुला लिया. जवान के पिता का कहना है कि उनमें कई नक्सली भी थे. उसके बाद उन लोगों ने मिथिलेश के दोस्त अंकित को पीटना शुरू कर दिया. दोनों किसी तरह वहां से भागे. उसके बाद पुलिस ने परेशान करना शुरू कर दिया. डीआइजी का मैसेज मिलने पर जवान और उसके दोस्त को थाना छोड़ा गया और पुलिस दो लोगों को पकड़ कर लायी पर उन दोनों को भी छोड़ दिया.
विजय शर्मा की पत्नी ने कहा घटनास्थल पर मिले लोहे के रॉड का जब्ती सूची में जिक्र नहीं
तिलकामांझी के पूर्व थानाध्यक्ष विजय चंद्र शर्मा की पत्नी प्रियंका कुमारी ने बुधवार को रेंज डीआइजी विकास वैभव से मुलाकात की. प्रियंका ने केस डायरी में अपनी सास निर्मला देवी और देवर अमर का बयान दर्ज कराने का आग्रह किया. इसके अलावा पंक्चर अवस्था में पड़े दोनों टायर का बिहार राज्य से बाहर फोरेंसिक जांच कराने की मांग की है. प्रियंका का कहना है कि 20 मार्च को बने जब्ती सूची में घटनास्थल पर मिले लोहे के रॉड और सीट बेल्ट आदि का जिक्र नहीं किया गया है. उसने यह भी कहा कि शव के पास से मिले लोहे के रॉड, डंडा, सीट बेल्ट, क्षतिग्रस्त पिस्टल आदि की जांच के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट के पास नहीं भेजा गया. पूर्व दारोगा की पत्नी ने कहा कि उसके पति की क्षतिग्रस्त स्कॉर्पियो को भी जब्त नहीं किया गया उसे बस पुलिस लाइन में लगा दिया गया है. प्रियंका ने तिलकामांझी थाना में पदस्थापित एसआइ राजेंद्र मंडल, मनीष राज, हंसल सिंह आदि के मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल्स निकलवाने की मांग की है. इसके साथ ही उसने अपने पति के सभी नंबरों का कॉल डिटेल निकालने की मांग की ताकि पता चल सके कि उनकी किन नंबरो से बात हुई थी. डीआइजी ने प्रियंका कुमारी के आवेदन को फाइल में लगाने का निर्देश दिया. उन्होंने केस की समीक्षा का दिन पहले से ही 20 जून को तय किया है. केस के आइओ और डीएसपी को बुलाया गया है.

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