बैठक में हंगामा, बहिष्कार व नारेबाजी

जिला परिषद. डीएम से मिले पार्षद, डीडीसी के रवैये पर जताया रोष भागलपुर : जिला परिषद सभागार में शुक्रवार को तीसरी आम सभा की बैठक हंगामा, फिर बहिष्कार और अंत में नारेबाजी की भेंट चढ़ गयी. आम सभा आधा घंटे भी नहीं चल पायी. आधे से अधिक पार्षदों का आक्रोश पिछली बैठक में जिला परिषद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2017 4:12 AM

जिला परिषद. डीएम से मिले पार्षद, डीडीसी के रवैये पर जताया रोष

भागलपुर : जिला परिषद सभागार में शुक्रवार को तीसरी आम सभा की बैठक हंगामा, फिर बहिष्कार और अंत में नारेबाजी की भेंट चढ़ गयी. आम सभा आधा घंटे भी नहीं चल पायी. आधे से अधिक पार्षदों का आक्रोश पिछली बैठक में जिला परिषद में आयी 10 करोड़ की राशि को लेकर था. इस राशि के विकास कार्य पर खर्च करने का कोई गाइड लाइन नहीं आया है. पूर्व की बैठक में डीडीसी अमित कुमार ने सरकार से गाइड लाइन आते ही पार्षदों में राशि वितरित होने का आश्वासन दिया था.
विरोध करते हुए जिला पार्षद गौरव राय ने कहा कि जन मानस के इज्जत का ख्याल रखते हुए बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं. यहां पार्षदों को बेवकूफ बनाया जा रहा है. क्षेत्र की जनता उनसे विकास कार्य मांग रही है. इतनी बात कहते हुए गौरव राय ने बहिष्कार का आह्वान किया और अन्य पार्षद से चलने के लिए कहा. सभी पार्षद एक-एक करके बैठक से निकल गये. मंच पर बैठे जिला अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह ने बैठ कर बात करने की अपील की, जिसे पार्षदों ने ठुकरा दिया. सभी नारेबाजी करते हुए जिला परिषद कार्यालय के सामने आ गये. जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार के नेतृत्व में पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिला. डीएम से राशि खर्च करने के निर्देश देने की मांग की.
शाहकुंड पीओ के खिलाफ कार्रवाई हो: अनंत कुमार- साथ ही शाहकुंड में मनरेगा काम में धांधली को लेकर शाहकुंड के कार्यक्रम पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. जिप अध्यक्ष ने कहा कि शाहकुंड में मनरेगा काम में सुलतानगंज के मजदूर को शामिल किया गया. इस तरह लाखों का घोटाला हुआ है.
रजिस्टर में यह रहे अनुपस्थित : वार्ड-3 की प्रीति कुमारी, वार्ड-14 लीना सिन्हा, वार्ड-18 की आशा देवी व वार्ड-24 के राजीव रंजन.
हंगामा करने में पार्षद के पति का हाथ, करेंगे कार्रवाई
डीडीसी अमित कुमार ने कहा कि पंचम राज्य वित्त के बजट पर सरकार से गाइड लाइन आना है. वह चाहते थे कि समस्या के एजेंडा पर चर्चा हो जाये, फिर पंचम वित्त के बजट पर. मगर पार्षदों ने पहले बजट का मुद्दा उठा दिया और हंगामा होने लगा. उन्होंने कहा कि हंगामा करनेवालों में कई महिला पार्षद के पति नजर आये. इस मामले में कार्रवाई करेंगे. किसी भी पार्षद के प्रतिनिधि बाहरी के रूप में माने जायेंगे. कौन-कौन थे, इस बारे में पता लगाया जा रहा है.

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