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पुलिस को शव उठाने से रोका

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By Prabhat Khabar Digital Desk | June 25, 2017 4:33 AM

पेट्रोल पंप कर्मी की हत्या. ग्रामीणों का फूटा आक्रोश

खरीक : पेट्रोल पंप कर्मी मुकेश साह की हत्या से आक्रोशित ग्रामीण पुलिस को पंप के केबिन से शव उठाने नहीं दे रहे थे. लोगों की मांग थी कि पुलिस हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करे और मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये का मुआवजा दे.एसपी ने तुलसीपुर के आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. एसपी ने कहा कि हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
आप लोग पुलिस को सहयोग करें. तभी मृतक की ससुराल खगड़िया के पसराहा के डोयठा से आये उसके रिश्तेदारों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी और गाली गलौज शुरू कर दी और एसपी व अन्य पुलिस पदाधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करने लगे. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए डोयठा निवासी मृतक के साले फंटुश कुमार और उसके चचेरे साले संतोष कुमार को हिरासत में ले लिया.
पंप संचालक ने की मुआवजा देने की घोषणा, शांत हुए लोग : पेट्रोल पंप संचालक भूषण ने पुलिस के सामने मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये नकद देने की बात कही. साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि 14 लाख रुपये बीमा की राशि दिलाने के लिए भी पहल की जायेगी. इसके बाद लोग शांत हुए. पुलिस ने मौका देख शव को टेंपो से पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा. सड़क पर रखे बोल्डर को हटाकर अवरूद्ध आवागमन को चालू कराया. इसके बाद हिरासत में लिये गये मृतक के रिश्तेदारों को मुक्त कर दिया गया. जाम पांच घंटे तक रहा.
मृतक के पिता ने कहा उधार तेल नहीं देने पर की हत्या : हत्या के कारणों का ठीक-ठीक पता नहीं चल पा रहा है. कई लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं. गांव के कुछ लोगों का कहना है कि नकाबपोश हमलावर पेट्रोल पंप लूटने के लिए आये थे. मृतक के पिता विनोद साह का कहना है कि कुछ दिन पहले कुछ अपराधियों ने पेट्रोल पंप पर आकर मुकेश से उधार तेल मांगा था. एक-दो बार उसे तेल दे भी दिया था. जब वे लोग बार-बार पेट्रोल मांगने लगे, तो मुकेश ने विरोध किया था.
मुकेश ने उनसे कहा था कि आप को तेल देने से मेरे तनख्वाह के पैसे कट जाते हैं, इसलिए मैं उधार तेल नहीं दे सकूंगा. उसी खुन्नस में अपराधियों ने उसकी हत्या कर दी. विनोद साह ने यह भी कहा कि मेरे बेटे की हत्या में पेट्रोल पंप के उसके सहकर्मियों की भी मिलीभ्गात है.
रात में एक सहकर्मी को छोड़ने गया था मुकेश : विनोद साह ने बताया कि रात करीब 10 बजे मुकेश पेट्रोल पंप के एक कर्मी सौरभ को उसके घर तुलसीपुर छोड़ने भी गया था. लेकिन, पेट्रोल पंप कर्मी इस बात से इनकार कर रहा है. सौरभ का कहना है कि उसे जगतपुर के एक चालक ने घर पहुंचाया था. लेकिन, वह चालक का नाम नहीं बता सका.
चर्चा यह भी : चर्चा यह भी है कि मुकेश का किसी से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो उसकी हत्या का करण बना. मुकेश पिछले कुछ दिनों से पंप पर रात में अकेले ही रह रहा था.
सीसीटीवी में अपराधी कैद : पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे में नकाबपोश अपराधी कैद हैं. पुलिस फुटेज के सहारे नकाबपोश हत्यारों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
परिजन कर रहे चीत्कार : मुकेश साह की पूरा तुलसीपुर गांव मर्माहत है. परिजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन है. लोग एक ही सवाल कर रहे हैं- मुकेश की हत्या क्यों और किसने कर दी? पिता विनोद साह का रो-रोकर बुरा हाल है. वह कह रहे थे मेरा बुढ़ापा कैसे कटेगा. बेटे की मौत से पहले मैं क्यों नहीं मर गया.
मालिक का चहेता था मुकेश : अपनी विश्वसनीयता और काम के प्रति समर्पण के कारण मुकेश मालिक का चहेता बन गया था. अपने सहकर्मियों से भी उसका व्यवहार अच्छा था. गांव में उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी. वह पांच साल से श्याम पेट्रोल पंप में काम कर रहा था.
परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं : परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से मुकेश शुरू से ही परिवार की आर्थिक स्थिति को ठीक करने में लगा था. मुकेश अपने पीछे वृद्ध माता पिता छोटा भाई अनिल पत्नी कंचन देवी पांच पुत्री ज्योति, दीपा, खुशी, अजनवी, लक्ष्मी और एक पुत्र ओमप्रकाश को पीछे छोड़ गया था.ओमप्रकाश का 15 दिन पहले मुंडन संस्कार कराया था.

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