डाटा इंट्री सेंटर में नौकरी के नाम पर ठगी, सेंटर संचालक पकड़ाया

धोखाधड़ी. नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगे 750 से 1250 रुपये तक भागलपुर : डाटा इंट्री सेंटर में नौकरी देने के नाम पर युवक-युवतियों से पैसे ठगने का मामला सामने आया है. आदमपुर चौक के पास एक बिल्डिंग में डाटा इंट्री सेंटर चलाने वाले विवेक राज काे पैसे ठगने के आरोप में एबीवीपी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2017 6:25 AM

धोखाधड़ी. नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगे 750 से 1250 रुपये तक

भागलपुर : डाटा इंट्री सेंटर में नौकरी देने के नाम पर युवक-युवतियों से पैसे ठगने का मामला सामने आया है. आदमपुर चौक के पास एक बिल्डिंग में डाटा इंट्री सेंटर चलाने वाले विवेक राज काे पैसे ठगने के आरोप में एबीवीपी के छात्र नेताओं ने बुधवार को पकड़ा और आदमपुर पुलिस के हवाले कर दिया. उसपर आरोप है कि डाटा इंट्री सेंटर में नौकरी दिलाने के नाम पर उसने युवक-युवतियों से 750 से 1250 रुपये तक लिये और पैसे देनेवाले युवक-युवतियों को अपने ही सेंटर में काम करने के लिए कहा,
पर पैसे नहीं दिये. इस बात से नाराज छात्रों ने उसके सेंटर का विरोध शुरू कर दिया. थाना लाये जाने पर आदमपुर थानाध्यक्ष रोहित सिंह ने विवेक राज पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया.
नॉवेल देकर उसे कैपिटल लेटर में लिखवाता है, कहता है अंधे लोग पढ़ेंगे : डाटा इंट्री सेंटर में नौकरी के नाम पर विवेक राज को पैसे देनेवाले दीपक कुमार साह ने बताया कि नौकरी के नाम पर उससे 1250 रुपये लिये गये. उसके बाद सेंटर के संचालक ने उसे एक नॉवेल दिया और उसमें लिखे अंगरेजी के वाक्य को सादे कागज पर कैपिटल लेटर में लिखने के लिए कहा. उससे कहा गया कि इसी तरह 360 पेज लिखने होंगे. जब उसने सेंटर संचालक से पूछा कि ऐसा लिखवा कर वह क्या करेगा, तो संचालक ने कहा कि कैपिटल लेटर में लिखा यह पेपर अंधे लोगों को पढ़ने के लिए दिया जायेगा. तभी संदेह उत्पन्न हुआ कि सादे कागज में लिखे शब्द अंधे लोग कैसे पढ़ सकते हैं.
लाइसेंस लेकर नहीं आया पार्टनर, नाम बदलने का भी लगा आरोप : पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद विवेक राज ने बताया कि इस काम में उसका मुंगेर का रहने वाला एक पार्टनर भी है जिसका नाम प्रभाष है. उसने पुलिस को बताया कि उसका पार्टनर सेंटर संचालन का लाइसेंस लेकर आ रहा है, पर वह नहीं आया. थाना पहुंचे छात्रों का कहना है कि विवेक अपना नाम भी बदलता रहता है. उसे सेंटर में लोगों से अपना नाम विवेक राज बताया जबकि फेसबुक पर उसका कुछ और नाम है और उसकी मां उसे सोनू के नाम से पुकारती है. विवेक ने अपना घर खगड़िया बताया.
एबीवीपी के छात्र नेताओं ने सेंटर संचालक को पकड़ा, बुलायी पुलिस आदमपुर थाना के किया हवाले
छात्राें का आरोप, लगभग दो सौ लोगों से नौकरी देने के नाम पर पैसे लिये गये, काम करा रहे पर पैसे नहीं दे रहे

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