एक रुपये किलो बिक रहा है परवल

मंडियों में नहीं मिल रहे भाव चिंतित हैं किसान नवगछिया : नवगछिया अनुमंडल के परवल के किसानों की हालत खस्ता है. परवल के किसानों को इन दिनों उचित बाजार नहीं मिल रहा है. नवगछिया के विभिन्न मंडियों में बुधवार को परवल के मूल्य में भारी गिरावट रही. परवल की बोली एक रुपये किलो लगायी गयी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2017 6:26 AM

मंडियों में नहीं मिल रहे भाव चिंतित हैं किसान

नवगछिया : नवगछिया अनुमंडल के परवल के किसानों की हालत खस्ता है. परवल के किसानों को इन दिनों उचित बाजार नहीं मिल रहा है. नवगछिया के विभिन्न मंडियों में बुधवार को परवल के मूल्य में भारी गिरावट रही. परवल की बोली एक रुपये किलो लगायी गयी. किसानों ने कहा कि खून पसीने की मेहनत से उन लोगों ने परवल के पैदावार को बढ़ाया, लेकिन बाजार अब उन लोगों का सम्मान नहीं कर रहा है जिसके कारण वह लोग और आर्थिक समस्या से जूझ ने लगे हैं.
हालात यह है कि इन दिनों मवेशियों को परवल खिलाया जा रहा है. नवगछिया अनुमंडल में सब्जियों की दो बड़ी मंडियों में इस्माइलपुर प्रखंड के ब्रह्म बाबा स्थान व लतीपुर चौक है. बुधवार को ब्रह्म बाबा स्थान में परवल एक रुपये किलो बिका, तो लतीपुर में भी कमोबेश यही स्थिति थी. बाजार में परवल का भाव पांच रुपये किलो है. इस में भी गिरावट की संभावना है.
ब्रहम बाबा आस्थान के पास सब्जी मंडी में लगभग 50 क्विंटल परवल बिकने के बाद एक के भाव से भी सब्जी विक्रेता परवल लेने को तैयार नहीं हुए. बड़ी संख्या में किसानों का परवल मंडी में ही रखा रह गया.
कहते हैं किसान : राघोपुर बिन टोली के किसान तुलसी सिंह का कहना है कि किसी तरह हम लोग कर्ज लेकर परवल खेती किये, लेकिन हम लोग कर्ज से डूब गये हैं. परवल की खेती से भारी नुकसान हुआ है. सोचे थे अब की परवल की खेती से कर्ज चुकाऊंगा और अपनी बेटी का शादी करूंगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दीपू सिंह, अरुण सिंह, परवल के नुकसान से रो रहे हैं. ऐसे में हजारों एकड़ खेती करने वाले किसान मजबूर है.
परवल किसानों के साथ हो न्याय
इस्माइलपुर के प्रखंड अध्यक्ष जदयू गुलशन कुमार का कहना है कि पिछले बार भी किसान बाढ़ का दंश झेल चुके हैं. इस बार इलाके में बड़ी संख्या में किसानों ने बैंकों से व महाजनों से ऋण लेकर परवल की खेती की है. ऐसी स्थिति में अब किसान आत्महत्या के कगार पर हैं. वह किसानों की समस्याओं को लेकर जल्द ही पदाधिकारियों से मिलेंगे अगर ऋण की माफी नहीं की गई और किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया तो वे मोर्चा खोलेंगे. अखिल भारतीय उद्योग व्यापार परिषद संगठन के बिहार सचिव प्रखंड इस्माइलपुर के जदयू महासचिव प्रभात कुमार ने चिंता व्यक्त की और कहा कि सरकार किसानों पर पूरा ध्यान दें. क्योंकि किसानों का हालत बिगड़ती जा रही है.

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