वाटर प्रूफिंग कार्य के लिए नहीं मिल रहे ठेकेदार
भागलपुर : लगभग 38 साल से बटेश्वर गंगा पंप नगर योजना पेच में फंसी है. हालांकि इस योजना से पंप हाउस-1 का निर्माण करा लिया गया है मगर, वाटर प्रूफिंग कार्य के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं. इसके चलते गंगा पंप नहर प्रमंडल, कहलगांव से दोबारा टेंडर निकाला है. तकनीकी बिड सात जुलाई को […]
भागलपुर : लगभग 38 साल से बटेश्वर गंगा पंप नगर योजना पेच में फंसी है. हालांकि इस योजना से पंप हाउस-1 का निर्माण करा लिया गया है मगर, वाटर प्रूफिंग कार्य के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं. इसके चलते गंगा पंप नहर प्रमंडल, कहलगांव से दोबारा टेंडर निकाला है. तकनीकी बिड सात जुलाई को खुलेगा. इसके सफल संवेदकों का फाइनेंसियल बिड खोला जायेगा. इससे पहले कांट्रैक्टर के लिए निविदा कागजात डाउनलोड करने की अवधि 30 जून से तीन जुलाई रखा गया है. निविदा कागजात अपलोड करने की अंतिम तिथि चार जुलाई निर्धारित किया गया गया है. लगभग 1.40 करोड़ से 45 दिनों में वाटर प्रूफिंग कार्य होगा.
झारखंड सीमा तक ही मिलेगा सिंचाई लायक पानी : वर्तमान में इस योजना पर काम तो हो रहा है मगर, इससे झारखंड सीमा तक ही खेतों को सिंचाई के लिए पानी मिलना संभव होगा. दरअसल, दो राज्य बिहार और झारखंड के बीच जमीन अधिग्रहण का पेच है. हालांकि मामले को सुलझाने के लिए लगभग 38 साल में 72 बैठकें हो चुकी है मगर, मामला अनसुलझा ही रह गया.