सफाई व्यवस्था भी चौपट, कूड़े के ढेर पर शहर

भागलपुर : स्मार्ट सिटी बननेवाले भागलपुर में नयी नगर सरकार बने एक माह पांच दिन हो गये, लेकिन शहर की सफाई व्यवस्था नहीं बदली है. पिछली नगर सरकार में सफाई की जो स्थिति थी, वर्तमान स्थिति उससे भी खराब है. नगर सरकार के बदलने पर शहरवासियों में इस बात की आस जगी थी, व्यवस्थाएं सुधरेंगी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2017 6:33 AM

भागलपुर : स्मार्ट सिटी बननेवाले भागलपुर में नयी नगर सरकार बने एक माह पांच दिन हो गये, लेकिन शहर की सफाई व्यवस्था नहीं बदली है. पिछली नगर सरकार में सफाई की जो स्थिति थी, वर्तमान स्थिति उससे भी खराब है. नगर सरकार के बदलने पर शहरवासियों में इस बात की आस जगी थी, व्यवस्थाएं सुधरेंगी. लेकिन एक माह बाद भी स्थिति नहीं बदलने से अब लोग नयी नगर सरकार से भी नाउम्मीद होने लगे हैं. बारिश में एक ओर पूरे शहर में जल-जमाव की स्थिति हो जाती है,

तो दूसरी ओर शहर में कूड़े का उठाव भी सही तरीके से नहीं किया जा रहा है. सफाई व्यवस्था देखनेवाली दोनों सफाई एजेंसी का समय जून में पूरा हो गया. उसके बाद से नयी एजेंसी के लिए प्रक्रिया की जा रही है. हालांकि नयी एजेंसी का चयन होने तक पुरानी दोनों एजेंसी को ही शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी है. लेकिन दोनों सफाई एजेंसी शहर का साफ-सफाई में ढील बरत रही है. एक से 36 वार्ड की सफाई व्यवस्था दोनों एजेंसी के जिम्मे है. वहीं वार्ड 37 से 51 की सफाई व्यवस्था जो नगर निगम के जिम्मे है, वह भी पूरी तरह ठीक नहीं है. रविवार को मुख्य मार्ग पर थोड़ी-बहुत सफाई करायी गयी, क्योंकि कांवरिया जल भर कर इसी मार्ग से जायेंगे. शहर के वेराइटी चौक, कोतवाली चौक, स्टेशन चौक, लाजपत पार्क मार्ग सहित कई जगहों पर गंदगी का अंबार रहता है.

मेयर व डिप्टी मेयर के वार्ड में भी सफाई नहीं
मेयर और डिप्टी मेयर के वार्ड की सफाई व्यवस्था भी चौपट है है. मेयर सीमा साह के वार्ड के मानिकपुर मोहल्ले सहित अन्य मोहल्ले की मुख्य सड़क पर जल-जमाव की स्थिति बनी रहती है. इसी वार्ड में कई जगह कूड़ा-कचरा और नाला का निकाला हुआ गाद कई दिनों से पड़ा हुआ है. वहीं डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के वार्ड में भी कूड़े का ढेर लगा है. लोहापट्टी और पुल के नीचे कूड़े का समुिचत उठाव नहीं होता है, इस कारण कूड़ा सड़क कर बजबजा रहा है. उसकी दुर्गंध से आसपास के दुकानदारों और ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. खलीफाबाग से वेेराइटी चौक तक झाडू तक नहीं लगता है.

Next Article

Exit mobile version