जल संसाधन विभाग के अधिकारी वापस लौटे

कहलगांव: बटेश्वर स्थान गंगा पंप नहर सिंचाई परियोजना में अब सन्नाटा पसरा है. पिछले चार माह से परियोजना को अंंतिम रूप देने व उद्घाटन की तैयारी में लगे जल संसाधन विभाग के करीब दर्जन भर अधिकारी अपना बोरिया-बिस्तर बांध वापस जा चुके हैं. एक निजी कंपनी के भरोसे पंप हॉउस वन व टू में नित्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2017 8:26 AM
कहलगांव: बटेश्वर स्थान गंगा पंप नहर सिंचाई परियोजना में अब सन्नाटा पसरा है. पिछले चार माह से परियोजना को अंंतिम रूप देने व उद्घाटन की तैयारी में लगे जल संसाधन विभाग के करीब दर्जन भर अधिकारी अपना बोरिया-बिस्तर बांध वापस जा चुके हैं. एक निजी कंपनी के भरोसे पंप हॉउस वन व टू में नित्य नये उभर रहे दरार की निगरानी जारी है. लगातार दरार से पानी का रिसाव मंगलवार को भी बदस्तूर जारी था.

पिछले चालीस वर्षों से निर्माणाधीन बटेश्वर गंगा पंप नहर सिंचाई परियोजना को हर हालत में इस माह प्रारंभ कर देना था. जल संसाधन विभाग के कई बड़े अधिकारी कहलगांव में पिछले चार माह से कैंप कर रहे थे.

दिन-रात उद्घाटन की तैयारी के कार्य कराये जा रहे थे. अचानक मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के दो बार उद्घाटन समारोह में शिरकत नहीं करने की घोषणा के बाद सारे अधिकारी मायूस हो गये. मायूसी की अन्य वजह यह भी रही कि उद्घाटन के चंद दिन पूर्व ही ट्रायल के दौरान लगातार परियोजना की खामियां सामने आने लगी. पंप हॉउस में दरार, रिसाव, मुआवजा विवाद, अतिक्रमण जैसी घटनाएं हर-दिन उजागर होने लगी. मुख्य मंत्री द्वारा उद्घाटन की अगली संभावित तिथि की घोषणा की अनिश्चितता के कारण वापस लौटने वाले जल संसाधन विभाग के अधिकारियों में मुख्य अभियंता अरुण कुमार ( बिहारशरीफ-नालंदा सह भागलपुर ), अधीक्षण अभियंता भागलपुर ज्ञानप्रकाश लाल, सहायक अभियंता राजीव भगत सहित दर्जनों इंजीनियर हैं.

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