पार्किंग नहीं, कहीं खड़ी कर देते हैं गाड़ी
शहर की बड़ी बीमारी. सड़क के दोनों ओर रहते वाहन, पैदल चलना भी हो जाता है मुश्किल भागलपुर : शहर में अधिकतर स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. इससे लोग सड़क व फुटपाथ पर वाहन खड़ा कर देते हैं. खासकर मुख्य बाजार में सड़क के दोनों किनारे ग्राहक और दुकानदारों के इतने वाहन खड़े […]
शहर की बड़ी बीमारी. सड़क के दोनों ओर रहते वाहन, पैदल चलना भी हो जाता है मुश्किल
भागलपुर : शहर में अधिकतर स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. इससे लोग सड़क व फुटपाथ पर वाहन खड़ा कर देते हैं. खासकर मुख्य बाजार में सड़क के दोनों किनारे ग्राहक और दुकानदारों के इतने वाहन खड़े हो जाते हैं कि वाहन चालकों को निकलने का रास्ता नहीं रहता. शहर के कचहरी मार्ग, खलीफाबाग चौक, सूजागंज बाजार, एमपी द्विवेदी रोड दवा पट्टी, मोजाहिदपुर, घंटाघर चौक के समीप, चर्च गेट के सामने गाड़ी खड़ी करने से रोज जाम की समस्या आती है.
हर चौक पर समस्या. शहर के विभिन्न चौक-चाैराहे पर पार्किंग की अलग-अलग समस्या है. कहीं चौक ऑटो स्टैंड के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इससे यहां पर जाम लगने के साथ-साथ दुर्घटना भी होती है. मोजाहिदपुर सड़क बन गया है आॅटो स्टैंड. मोजाहिदपुर थाना के सामने ऑटो स्टैंड बन गया है. इसके साथ ही दोपहिया वाहन भी इसी मार्ग पर लगाने से जाम की समस्या और बढ़ जाती है. स्थानीय सीमेंट विक्रेता राम प्रसाद गुप्ता ने बताया कि 10 जुलाई को नूरउद्दीन की मौत इसी जाम के कारण हुई थी. दुर्घटना के बाद पुलिस ने ऑटो नहीं लगने देने का आश्वासन दिया था. एक-दो दिन स्थिति ठीक रही, फिर पूर्ववत स्थिति बन गयी.
व्यवहार न्यायालय के सामने राहगीर परेशान. व्यवहार न्यायालय मुख्य मार्ग पर दोनों ओर सड़क पर बेतरतीब वाहन खड़े कर दिये जाते हैं. अधिवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि यह स्थिति आज से नहीं है. सड़क का चौड़ीकरण करने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ है.
एमपी द्विवेदी रोड. एमपी द्विवेदी रोड में एक वर्ष पहले वाहन को सड़क से हटाने के बाद एसडीओ व स्थानीय दुकानदारों के बीच विवाद हुआ था. कुछ दिन तक स्थिति सुधरी, फिर यही स्थिति बन गयी. दवा दुकानदार अरुप चटर्जी ने बताया कि कई ग्राहक पार्किंग जोन में गाड़ी नहीं लगा कर दुकान के सामने गाड़ी लगा देते हैं.
घंटाघर चौक का पार्किंग स्थल गायब
घंटाघर चौक के पास चर्च गेट के सामने 10 वर्ष पहले पार्किंग स्थल बनाया गया था. कुछ दिन व्यवस्था पटरी पर थी. धीरे-धीरे वाहन चालकों ने पार्किंग शुल्क देना बंद कर दिया और व्यवस्था ध्वस्त हो गयी. अब तो पार्किंग स्थल बदतर हो गया है. लोग सड़क पर ही गाड़ी लगाते हैं. कैफे संचालक आदित्य सिंह ने बताया कि सड़क के दोनों ओर फुटपाथ नहीं बनाने से अब गाड़ी मुख्य सड़क पर ही लगाते हैं. इससे रास्ता ही बंद हो जाता है. जाम लगना स्वाभाविक है.