कभी भी ध्वस्त हो सकता है भैना पुल : सदानंद

पुलिस की मौजूदगी में ओवरलोड ट्रैक्टरों का परिचालन प्रशासनिक विफलता पुल टूटा तो 12 साल पहले की स्थिति में पहुंच जायेगा कहलगांव कहलगांव : क्षेत्र के विधायक सदानंद सिंह ने कहा कि ओवरलोड ट्रैक्टरों के परिचालन से एनएच 80 स्थित कहलगांव का लाइफलाइन जर्जर हो चुका भैना पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है. मंगलवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2017 5:56 AM

पुलिस की मौजूदगी में ओवरलोड ट्रैक्टरों का परिचालन प्रशासनिक विफलता

पुल टूटा तो 12 साल पहले की स्थिति में पहुंच जायेगा कहलगांव
कहलगांव : क्षेत्र के विधायक सदानंद सिंह ने कहा कि ओवरलोड ट्रैक्टरों के परिचालन से एनएच 80 स्थित कहलगांव का लाइफलाइन जर्जर हो चुका भैना पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है. मंगलवार को प्रेस वार्ता में विधायक सदानंद सिंह ने कहा कि तय मानक से अधिक छर्री लाद कर ट्रैक्टर अनियंत्रित गति से चलाये जा रहे हैं. भैना पुल से जब ये ट्रैक्टर गुजरते हैं, तो पुल थर्रा उता है. अगर यह सिलसिला चलता रहा, तो कभी भी पुल धराशायी हो सकता है और कहलगांव 12 साल पहले जैसी स्थिति में पहुंच जायेगा. उन्होंने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में भी पुल होकर ओवरलोड ट्रैक्टरों का गुजरना, बिना लाइसेंस वाले निमुछिये चालकों द्वारा खुलेआम ट्रैक्टर चलाना गंभीर मामला है.
यह पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है. पुलिस पदाधिकारी, डीटीओ, एनएच के इंजीनियर सिर्फ कागजी कार्रवाई करने में लगे हैं. विधायक ने सवाल किया कि जिला खनन पदाधिकारी द्वारा झारखंड के पत्थर का भंडारण बिहार के त्रिमुहान-घोघा में करने का लाइसेंस किस आधार पर दिया गया है, वरीय अधिकारी इसकी जांच करें. उन्होंने इस गंभीर समस्या का निदान करने का अनुरोध डीएम से किया है.
बता दें कि एनएच 80 पर कहलगांव व घोघा थाना अंतर्गत पांच दर्जन से अधिक बिना लाइसेंस के छर्री डिपो चल रहे हैं. इन डिपो के ओवरलोड ट्रैक्टरों के परिचालन से एनएच 80 पर कहलगाव, त्रिमुहान, पकडतल्ला व घोघा तक भीषण जाम लगता है. साथ ही इनके कारण अक्सर सडक हादसे होते रहते हैं.

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